फौजी रह चुका हूं, इस दर्द को अच्छे से समझता हूं : शिवकुमार
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बिलासपुर के गांव मोहड़ी निवासी शिव कुमार का कहना है कि जब
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बिलासपुर के गांव मोहड़ी निवासी शिव कुमार का कहना है कि जब मैंने पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले के बारे में सुना तो उनका खून खोल उठा। ये आज तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला था। मैं भी भारतीय सेना में फौजी रह चुका हूं। इसलिए हमले का दर्द महसूस कर सकता हूं। सबसे पहले सोशल मीडिया पर हमले के बाद की फोटो देखी। मंजर रौंगटे खड़े कर देने वाला था। इस हादसे के बारे में तुरंत अपने दोस्तों से बातचीत की जिस पर सभी ने दुख जताया।
उनका कहना है कि जब कारगिल युद्ध हुआ तब मेरी ड्यूटी वहीं थी। युद्ध में हिस्सा लेते हुए हमने पाक सैनिकों को नाकों चने चबाए थे। तब उग्रवाद बहुत ज्यादा था जो अब पहले से कम है। 1999 के मुकाबले आज भारत के पास हाइटेक हथियार हैं। इसलिए आज भारत हर तरह से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। भारत के पास ऐसी मिजाइल हैं जिन्हें दिल्ली से बैठकर भी पाकिस्तान पर छोड़ा जा सकता है। लेकिन युद्ध इसका समाधान नहीं है। क्योंकि इससे दोनों तरफ के बेकसूर लोग मारे जाएंगे। पाकिस्तान के कैंपों को नष्ट करना जरूरी है। क्योंकि इन्हीं कैंपों में आतंकवादियों को ट्रे¨नग दी जाती है। इन्हीं में उनके हथियार रखे होते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक करके भारत सरकार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे चुकी है। समय-समय पर ऐसी कार्रवाई होती रहनी चाहिए। मुझे सेना से रिटायर्ड हुए 14 साल बीत चुके हैं। यदि युद्ध जैसे हालात पैदा पैदा होते हैं और मुझे युद्ध में जाने का मौका मिला तो में पीछे नहीं हटूंगा।