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चार साल से बढ़ गए थे योगेश सूरी के खर्चे, संजीव खन्ना के सोने से पूरे किए अपने शौक

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : अपने दो साथियों के साथ मिलकर ज्वेलर संजीव खन्ना को मौत के घाट

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 05:23 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 05:23 PM (IST)
चार साल से बढ़ गए थे योगेश सूरी के खर्चे, संजीव खन्ना के सोने से पूरे किए अपने शौक
चार साल से बढ़ गए थे योगेश सूरी के खर्चे, संजीव खन्ना के सोने से पूरे किए अपने शौक

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : अपने दो साथियों के साथ मिलकर ज्वेलर संजीव खन्ना को मौत के घाट उतारने वाले योगेश सूरी ने पिछले चार सालों से खुद को पूरी तरह से बदल लिया था। उसका उठना बैठना हाई प्रोफाइल लोगों के साथ हो गया था। इसलिए खर्चे भी बढ़ गए थे। ये सारे खर्चे उसने संजीव खन्ना से लिए 13 किलो सोना व 30 लाख रुपये से पूरे किए। खर्चे अधिक व आमदनी कम होने से वह कर्जदार हो गया। संजीव खन्ना को जब योगेश की फिजूलखर्ची का पता चला तो उन्होंने अपने रुपये वापस मांगने लगे। परंतु योगेश के पास रुपये नहीं थे। इसलिए उसने देनदारी से बचने के लिए उन्हें ठिकाने लगा दिया।

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चार दिन के रिमांड पर लिया

थाना शहर यमुनानगर पुलिस ने योगेश सूरी व उसके द्वारा हायर किए गए साथी ग्लैडविन उर्फ शंटी व रोहित को शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने कोर्ट से चारों का रिमांड मांगा। पुलिस ने कोर्ट में कहा कि आरोपितों से संजीव खन्ना की हत्या में इस्तेमाल की गई तार व हथौड़ा बरामद करना है। इसके अलावा उनसे जगह की निशानदेही भी करवानी है। इसलिए तीनों का चार दिन का रिमांड दिया जाए। कोर्ट ने तीनों को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया। तीनों हत्यारोपितों को पुलिस ने जब कोर्ट में पेश किया तो सभी के परिजनों ने उनसे दूरी बनाए रखी। कोर्ट में कोई भी उनसे मिलने नहीं पहुंचा।

कई बार हुई थी संजीव व योगेश में कहासुनी

सोना व रुपये के लेनदेन को लेकर योगेश व संजीव खन्ना में कई बार कहासुनी हो चुकी थी। दो साल से योगेश उनसे सोना उधार ले रहा था। फिर इसे बाजार में अन्य ज्वेलरों को सप्लाई कर देता था। सूत्रों की माने तो योगेश ने संजीव से लेकर अन्य ज्वेलरों को जो सोना दिया था उसकी पेमेंट उसे समय पर नहीं मिल रही थी। दूसरा योगेश के खर्चे बढ़ते जा रहे थे। पहले उसने होंडा सिटी कार ली और अब छह माह पहले ओडी कार खरीदी थी। इसी दौरान योगेश ने हुड सेक्टर-15 में कोठी खरीदने के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये का बयाना दिया था। ओडी कार खरीदने के बाद से ही संजीव खन्ना ने उस पर अपनी पेमेंट जल्द करने का दबाव बनाया था। संजीव ने उससे ये कहा था कि उसके रुपये देने में वो आनाकानी कर रहा है जबकि अपनी कार व कोठी के लिए वो रुपये कहां से लेकर आ रहा है। इसलिए उसे अपने रुपये जल्द से जल्द वापस चाहिए। दोस्तों के साथ घूमने के लिए वो अक्सर बाहर जाता था।

हर सुबह पूजा करने जाता था मंदिर

योगेश सूरी के आस पड़ोस के लोगों का कहना है कि वह किसी का मर्डर करवा सकता है ये सुनकर किसी को विश्वास नहीं हो रहा। क्योंकि वह लोगों के साथ बहुत कम बोलता था। प्रेम नगर में एक ही मंदिर है। उसमें लगभग सभी देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित है। योगेश हर रोज मंदिर में पूजा करने जाता था। इसके अलावा उसकी मां व पिता भी मंदिर में जाते थे। लोगों का कहना है कि चार साल से योगेश बदल गया था। उसने बोलचाल कम कर दी थी। उसे महंगी कारों का शौक लग गया था। जब से योगेश द्वारा मर्डर किए जाने की बात सामने आई है, तब से उसकी मां अपने घर से बाहर नहीं निकली। उनकी तबीयत खराब है।

चार दिन के रिमांड पर लिया है : ओम प्रकाश

एसएचओ ओम प्रकाश का कहना है कि योगेश सूरी, ग्लैडविन उर्फ शंटी व रोहित को कोर्ट से चार दिन के रिमांड पर लिया गया है। उनसे हत्या में इस्तेमाल हथौड़ा व लोहे की तार बरामद करनी है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

ये था मामला : हुडा सेक्टर-17 निवासी संजीव खन्ना की रेलवे स्टेशन रोड पर पेपर मिल गेट के पास श्री न्यू यमुना ज्वेलर के नाम से शोरूम है। संजीव खन्ना के बेटे आनंद खन्ना ने 27 जून को थाना शहर यमुनानगर में शिकायत दी थी कि उसके पिता साक्षी ज्वेलर के संचालक योगेश सूरी के साथ कार में गए थे। दोनों व्यापारिक मामले में बाहर गए थे। परंतु उसका पिता वापस नहीं आया। योगेश का इस बारे में कहना था कि उसने सोना देकर उन्हें गाबा अस्पताल के नजदीक जमींदारा पेट्रोल पंप के पास उतार दिया था। शक के आधार पर पुलिस ने योगेश सूरी से पूछताछ की तो उसने संजीव की हत्या की बात कबूल की। यह हत्या उसने राजा राम वाली गली निवासी ग्लैडविन उर्फ शंटी व रोहित के साथ मिलकर की थी। हत्या के बाद उन्होंने शव को शहजादपुर के रजपुरा के खेतों में फेंक दिया था। पूछताछ में राज खुला कि योगेश को संजीव खन्ना का 13 किलो सोना व ब्याज पर लिए 30 लाख रुपये वापस करने थे। इसलिए उसने संजीव खन्ना को मौत के घाट उतार दिया।


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