चार दिन सुनाई देगी शास्त्रीय संगीत की धुन
फोटो : 35, 35ए जागरण संवाददाता, यमुनानगर : चार दिन तक पंचायत भवन में शास्त्रीय संगीत की धुन
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जागरण संवाददाता, यमुनानगर : चार दिन तक पंचायत भवन में शास्त्रीय संगीत की धुन सुनने को मिलेगा। जिसमें यमुनानगर ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकार गायन, वादन, ताल वाद्य, सुगम संगीत व नृत्य की प्रस्तुती देंगे। 14 से 17 फरवरी तक होने वाले इस कार्यक्रम में कलाकारों के बीच प्रतियोगिता होगी। जो प्रथम स्थान पाएगा उसे 11 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
विश्वास संगीत समिति की तरफ से इस विश्वास संगीत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत तीन दिवसीय अखिल भारतीय संगीत प्रतियोगिता तथा एक दिन का संगीत सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। समिति के संयोजक विमल कश्यप व जितेंद्र राय भोगल ने बताया कि 14 फरवरी को जूनियर वर्ग की प्रतियोगिता होगी जिसमें गायन, वादन, ताल वाद्य, सुगम संगीत तथा नृत्य की विधाएं शामिल होंगी। 15 फरवरी को सीनियर संगीत प्रतियोगिता की जाएगी। 16 फरवरी को सुपर सीनियर संगीत प्रतियोगिता आयोजित होगी जिसमें प्रतिभागी अपना शौर्य प्रस्तुत करेंगे। 17 फरवरी को पुन: तीनों वर्गों के विजेताओं का फाईनल राउंड होगा। प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 11000 रुपये की नकद राशि का पुरस्कार आवार्ड के रूप में देकर सम्मानित किया जाएगा। गायन के लिए पं. आयोध्या प्रकाश पाठक संगीत आवार्ड, ताल वाद्य के लिए लाला शांति स्वरूप गुप्ता संगीत आवार्ड, तंत्र वाद्य के लिए बलराज गुप्ता संगीत आवार्ड, सुगम संगीत के लिए डॉ. संत कुमार गर्ग संगीत आवार्ड तथा नृत्य के लिए पुरुषोत्तम संतोष डांग संगीत आवार्ड दिए जाएंगे। 17 फरवरी को सांयकालीन सत्र में कोलकत्ता से कुमारी रिम्पा शिवा तबले पर अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी और खैरागढ़ से कश्यप बंधु अपना गायन प्रस्तुत करेगें। इस प्रतियोगिता में पूरे भारत से प्रतिभागी आमंत्रित है। इलाहबाद, लखनऊ, बनारस, कोलकत्ता, पुणे, मध्य प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश से विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन हो चुके है। आने वाले इन चार दिनों में भारतीय संगीत की इस परंपरा की धारा पंचायत भवन में प्रवाहित होगी। मौके पर मंजू जैन, इंदू गर्ग उपस्थित रहे।
100 से ज्यादा प्रतिभागी देंगे प्रस्तुती : डॉ. अंबिका
डॉ. अंबिका कश्यप ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न जगहों से आए 100 से ज्यादा प्रतिभागी प्रस्तुती देंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य यमुनानगर के युवाओं को शास्त्रीय संगीत से जोड़ना है। दो साल से ये प्रतियोगिता करवाई जा रही है। 30 साल से कलाकार केवल प्रस्तुती ही देते थे। शास्त्रीय संगीत की तरफ युवाओं का ध्यान इसलिए नहीं है क्योंकि सरकार द्वारा भी स्कूल स्तर पर इसकी व्यवस्था नहीं की गई है। स्कूलों में केवल नाम के लिए म्यूजिक सब्जेक्ट है। परंतु उसमें शास्त्रीय संगीत नहीं है। ऐसे कार्यक्रम यमुनानगर के युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।