बाल विवाह रोकने के दावे, दफ्तर में ही दबी पीड़ित पिता की शिकायत
14 वर्षीय लड़की की दोगुनी उम्र के व्यक्ति के साथ करवाई शादी। शिकायत के बाद भी प्रशासन नहीं ले रहा संज्ञान।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : एक तो प्रशासन को बाल विवाह की भनक तक नहीं लगी। जब पीड़ित पिता ने अपनी बेटी के बाल विवाह की शिकायत अधिकारियों से की तो वहां से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गया है। जिस विभाग के अधिकारियों को इसमें कार्रवाई करनी है, उन्हें पांच दिन में भी डीसी कार्यालय से पीड़ित की शिकायत नहीं मिली है।
प्रतापनगर के चुहड़पुर कलां गांव के एक व्यक्ति ने 29 अक्टूबर को डीसी कार्यालय में शिकायत दी थी। इसमें नाबालिग के पिता ने आरोप लगाया था कि उसके भाइयों व कुछ रिश्तेदारों ने मिलकर उसकी 14 वर्षीय बेटी का निकाह 27 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के जमालपुर गांव के एक व्यक्ति से कर दिया है। जिससे निकाह किया गया है उसकी उम्र बेटी की उम्र से बहुत ज्यादा है।
इसकी शिकायत उसने 27 अक्टूबर की प्रताप नगर थाने में भी की थी, परंतु वहां से उसे छछरौली थाने में भेज दिया गया। पुलिस दिनभर उसके चक्कर कटवाती रही। जब वह गांव में पहुंचा तो उसकी बेटी का निकाह हो चुका था, जबकि वह अभी बेटी की शादी नहीं करना चाहता था। शिकायत करने के बाद भी प्रशासन ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है। अभी कार्यालय में शिकायत नहीं आई: अरविद्रजीत कौर
महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी अरविद्रजीत कौर ने बताया कि बाल विवाह संबंधित अभी तक कोई भी शिकायत उनके कार्यालय में नहीं आई है। शिकायत आने में टाइम लगता है। जैसे ही शिकायत आएगी, वे जांच कर कार्रवाई करेंगे।