जांच के बाद डीसी ने गनौली की सरपंच को किया बहाल
संवाद सहयोगी, देवधर : गनौली गांव की सरपंच ममता रानी को डीसी यमुनानगर गिरीश अरोड़ा ने ज
संवाद सहयोगी, देवधर : गनौली गांव की सरपंच ममता रानी को डीसी यमुनानगर गिरीश अरोड़ा ने जांच के बाद बहाल कर दिया है। अब सरपंच फिर से अपना कार्य सुचारू रूप से जारी रखेगी। कुछ दिन पहले एक शिकायत के आधार पर सरपंच को बर्खास्त कर दिया गया था। डीसी ने खुद मामले की जांच की ओर सरपंच ममता रानी को बहाल किया।
गनौली गांव की सरपंच ममता रानी ने बताया कि गांव गनौली के महेंद्रपाल, नरेश कुमार, संजीव कुमार व अन्य कुछ लोगों ने उनके व उनके परिवार के खिलाफ शेड बनाने के लिए बिना परमिशन के पेड़ काटने की एक शिकायत सीएम ¨वडो पर दी थी। उस शिकायत के आधार उस समय डीसी यमुनानगर ने उनको बर्खास्त कर जांच शुरू कर दी थी। लगभग दो महीने चली जांच के बाद डीसी यमुनानगर ने उनको निर्दोष करार दे दिया।
समय रहते ही कर दी थी पेड़ कटने की शिकायत
सरपंच ममता रानी ने बताया कि जिस पेड़ को बिना परमिशन काटने की शिकायत उक्त लोगों ने की थी। उस पेड़ की शिकायत पंचायत की तरफ से समय रहते ही खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी छछरौली को लिखित में करा दी गई थी। वहीं बीडीपीओ छछरौली ने भी ग्राम पंचायत के प्रस्ताव क्रमांक नंबर 30 मार्च 2018 को आगामी कार्रवाई के लिए थाना छछरौली को भेज दिया था।सरपंच की तरफ से वन विभाग को भी कारवाई के लिए सूचित करा दिया गया था। इस तरह से सरपंच द्वारा अपने कर्तव्य का निर्वाह किया गया था।जिस कारण इसमें पंचायत का कोई दोष साबित नहीं पाया गया।
चुनावी रंजिश को था सारा मामला
सरपंच ममता रानी ने बताया कि शिकायतकर्ता नरेश कुमार की पत्नी सुदेश रानी उनके खिलाफ चुनाव लड़ चुकी है। चुनाव हारने की रंजिश के चलते ही उक्त लोग आए दिन झूठी शिकायतें करते रहते है। यह दो -तीन लोग गांव में ऐसे है जो झगड़ा फसाद कराते रहते हैं। उक्त लोगों की वजह से गांव में विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे है।