डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए कविता जैन से मिले परिजन
डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए कविता जैन से मिले परिजन
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : दाबड़ा अस्पताल में बुधवार को 18 वर्षीय निशा का शव 29 मई को फंदे पर लटका मिला था। तब पुलिस ने डॉ. अजय दाबड़ा के खिलाफ केस दर्ज किया था। डॉक्टर को पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। इसी मामले को लेकर मृतका के परिजन जिला सचिवालय में मंत्री कविता जैन से मिले। उन्होंने मंत्री से कहा कि पुलिस डॉ. अजय दाबड़ा को गिरफ्तार नहीं कर रही है। पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए जाएं।
निशा की मां सुशील तिवारी ने कविता जैन से कहा कि उसकी बेटी को डॉ. अजय दाबड़ा व उसकी पत्नी ने पहले जान से मारा और फिर फंदे पर लटका दिया। परंतु पुलिस ने आरोपितों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया। वे कई बार थाने के चक्कर लगा चुकी हैं। परंतु पुलिस उन्हें हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर वहां से चलता कर देती है। पहले तो पुलिस ने उन्हें कविता जैन से मिलने नहीं दिया। जब उन्होंने विरोध किया तो कविता जैन ने खुद उन्हें अपने पास बुलाया और उनकी बात सुनते हुए एसपी को सख्त कार्रवाई करने को कहा। बाक्स :
10 में से चार परिवादों का हुआ निपटारा : शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने जिला सचिवालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक ली। बैठक में उनके समक्ष पहले से निर्धारित 10 परिवादों को सुनवाई के लिए रखा गया जिनमें से उन्होंने 4 परिवादों का मौके पर ही निवारण कर दिया तथा 6 परिवादों को आगामी बैठक तक लंबित रखा गया।
कविता जैन ने जिन चार परिवादों का मौके पर ही निवारण किया, उनमें तीसरा परिवाद नगर निगम से संबंधित था, जिसमें रिहायशी जगह में फैक्ट्री लगाने से संबंधित था। इस बारे जांच करने पर पाया गया कि मौका पर कोई फैक्ट्री का निर्माण नहीं किया गया है। परिवाद नंबर सात कार्यकारी अभियंता हरियाणा राज्य कृषि विपणन मंडल विभाग से संबंधित था जिसमें परिवादी ने सड़क के साथ लगती दोनों तरफ से 8-8 फीट जमीन खेत में मिलाने बारे दरखास्त दी थी, जिस बारे संबंधित अधिकारी ने कहा कि जल्द ही उचित कार्रवाई कर सड़क की जगह पूरी कर दोनों तरफ बर्म बना दिए जाएंगे। परिवाद 9 खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी खिजराबाद से संबंधित था जिसमें परिवादी ने सरपंच द्वारा स्कूल की जमीन पर नाजायज कब्जा करने बारे शिकायत दी थी जिस पर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा की गई जांच से संतुष्ट होकर इस केस को फाइल कर दिया गया। परिवाद 10 में नगरपालिका रादौर से संबंधित था जिसमें परिवादी ने शिक्षा की आड़ में मुकंद लाल नेशनल कॉलेज रादौर द्वारा करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने व जानमाल की सुरक्षा बारे दी थी। इस परिवाद पर सुनवाई की और आगामी जांच के लिए आदेश दिए गए लेकिन इस परिवाद को फाइल कर दिया गया।