जेल में नहीं लगे जैमर, कैदी अंदर करते हैं मोबाइल पर बात, अब जेल में बनेगी एक ओर दीवार
जेल में नहीं लगे जैमर, कैदी अंदर करते हैं मोबाइल पर बात, अब जेल में बनेगी एक ओर दीवार
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला जेल जगाधरी में अब तक जैमर नहीं लगाए जा सके। इसका पूरा फायदा कैदी उठा रहे हैं। जेल अधिकारियों की सुस्ती के चलते संगीन अपराधों में बंद कैदी जेल के अंदर बैठकर मोबाइल पर बाहर की दुनिया से कनेक्ट हैं। जेल में मोबाइल कहीं ओर से नहीं, बल्कि खेतों से अंदर फेंके जाते हैं। जेल की बाहरी दीवार खेतों से लगती है। बाहर से फेंके गए मोबाइल कैदियों तक न पहुंचें, इसलिए जेल प्रशासन इस दीवार के साथ एक ओर दीवार बनाने जा रहा है। जेल का उत्तरी हिस्सा सटा है खेतों से : जिला जेल का उतरी हिस्सा खेतों से सटा हुआ है। हालांकि खेतों की तरफ जेल ने ऊंची दीवार बना रखी है, ताकि कोई कैदी भागने की हिम्मत न जुटा सके। इस दीवार से अब तक कोई कैदी भले ही बाहर न जा सका हो लेकिन बाहर से मोबाइल अंदर जरूर आ रहे हैं। सूत्रों की माने तो जेल में मुलाकात के वक्त कैदी व उनसे मिलने आए लोग दीवार के ऊपर से मोबाइल फेंकने का वक्त तय करते हैं। यहीं पर बताया जाता है कि वे दीवार की तरफ किस वक्त टहलने या फिर काम करने जाते हैं। ऐसा इसलिए ताकि बाहर से फेंका गया मोबाइल किसी दूसरे कैदी के हाथ न लगे। नई दीवार बनने से बंद होगा रास्ता :
खेतों की तरफ जो दीवार बनी हुई है उसके नजदीक ही जेल के अंदर अब एक ओर दीवार बनाई जाएगी। बताया जा रहा है कि यह दीवार 15 से 20 फुट ऊंची होगी। बाहरी व अंदरूनी दीवार के बीच 50 से 70 फुट दूरी का अंतर होगा। जब नई दीवार बन जाएगी तो कैदियों को यह दीवार पार करने की अनुमति नहीं होगी। दोनों दीवारों के बीच में जेल गार्ड पहरा देंगे। बाहर से जो भी मोबाइल फेंके जाएंगे वो इन्हीं दोनों दीवारों के बीच में गिर जाएंगे। गत वर्ष 23 मामले हुए थे दर्ज :
गत वर्ष जेल से 23 मोबाइल मिले थे। सभी मामले थाना शहर जगाधरी में दर्ज करवाए गए थे। इनमें से तीन मामले अभी तक ट्रेस नहीं हो पाए हैं। हर माह जेल से औसतन दो से तीन मोबाइल मिलते हैं। 15 दिन पहले भी जेल से मोबाइल मिला था। पकड़े जाने के डर से कैदी ने पहले ही मोबाइल से बैटरी व सिम कार्ड निकाल लिया था। तब पुलिस ने अज्ञात कैदी के खिलाफ केस दर्ज किया था। डेढ़ साल पहले फेंका गया था मोबाइल का पैकेट :
डेढ़ साल पहले रात को खेतों की तरफ से जेल में एक पैकेट फेंका गया था। डयूटी पर तैनात संतरी सुरेंद्र ¨सह ने पैकेट को अंदर पड़े देखा। उसने पैकेट को खोल कर देखा तो उसमें तीन मोबाइल, चार बैटरी व एक चार्जर था। इसके अलावा उसमें कुछ बीड़ी व तम्बाकू भी था जो किसी को नशा करने के लिए था। बाहर से मोबाइल का पैकेट किसने फेंका था पुलिस आज तक इसका खुलासा नहीं कर सकी है। जैमर लगाना सरकार के लेवल का मामला है : रतन ¨सह
जेल अधीक्षक रतन ¨सह का कहना है कि जेलों में जैमर लगाना सरकार के लेवल का मामला है। जैमर कब तक लगेंगे इसकी जानकारी नहीं है। सरकार जेलों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठा रही है। जगाधरी जेल में बाहर से फेंके गए मोबाइल कैदियों तक न पहुंच सके इसके लिए अंदर एक दीवार ओर बनाई जाएगी। कैदियों को इस दीवार के दूसरी तरफ नहीं जाने दिया जाएगा। दीवार हरियाणा पुलिस हाउ¨सग कारपोरेशन बनाएगी।