ओलावृष्टि को लेकर किसानों ने की मुआवजे की मांग
क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि क्षेत्रवासियों को गहरे जख्म देकर चली गई। किसानों का कहना है कि पहले आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। अब ओलावृष्टि से भारी नुकसान हो गया।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि क्षेत्रवासियों को गहरे जख्म देकर चली गई। किसानों का कहना है कि पहले आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। अब ओलावृष्टि से भारी नुकसान हो गया।
खंड के लगभग एक दर्जन से अधिक गांवों की गेहूं, सरसों, बरसती, गन्ने, प्याज की नर्सरी, आलू की सैकड़ों फसल नष्ट हो गई। करीब 350 एकड़ फसल ओलावृष्टि के कारण खराब हुई है। इसका असर मलिकरायपुर,फकीरमाजरा, अजीज पुर, कपालमोचन, मोहड़ी, मछरौली, भील छप्पर, कायमपुर, मुंडा खेड़ा, मछरौली सहित आस पास के गांवों पर अधिक असर पड़ा है। पटवारी ने किया दौरा :
ओलावृष्टि के बाद पटवारी ने क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने नुकसान का जायजा लिया। किसानों ने सरसों व गेहूं के खेतों में ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसलों के लिए मुआवजे के लिए किसानों ने मांग की है। ग्राम पंचायत मलिकपुर रायपुर के अंतर्गत आने वाले गांव फकीरमाजरा के किसान आकाश,करनैल सिंह, वरयाम सिंह, राम शरण ने बताया कि रविवार देर शाम अचानक मौमस में परिवर्तन होने पर बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई । लगभग पौने घंटे चली ओलावृष्टि ने उनकी गेहूं, सरसों, गन्ने, बरसीन, आलू व प्याज की पौध को नष्ट कर दिया। खेतों में ओलों के ढेर लग गए । जिसके कारण फसल गल व सड़ गई हैं। सुबह जब खेतों में जाकर मुआयना किया तो खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है। आकाश ने बताया कि उन्होंने प्याज लगाने के लिए उसकी नर्सरी तैयार की थी लेकिन अचानक भारी ओलावृष्टि से उसकी सारी प्याज की नर्सरी खराब हो गई। किसान करनैल ने बताया कि खेतों में सब्जी लगाई थी ओलवृष्टि के कारण खराब हो गई। सरपंच नरेंद्र सिंह ने बताया कि उसकी दो एकड़ में खड़ी आलू की फसल नष्ट हो गई । किसान आकाश ने बताया कि पशुओं के चारे के लिए बोई बरसीन की फसल कीचड़ में तबदील हो गई जिसके कारण पशुओं के लिए समस्या की आन खड़ी हुई है।