Move to Jagran APP

हैफेड ने नहीं की व्यापारियों की पेमेंट, गुस्साए आढ़तियों ने घेरा का डीएम का कार्यालय

फोटो : 28 - व्यापारी बोले 12 मई को हुई थी 29 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद हैफेड की ओर से 12 मई को खिजराबाद अनाज मंडी में की गई 29 हजार क्विंटल गेहूं खरीद की पेमेंट न दिए जाने से गुस्साए आढ़तियों ने बुधवार को विभाग के कार्यालय में पहुंच कर नारेबाजी की। डीएम पर अभद्रता करने व जानबूझकर पेमेंट रोकने के आरोप भी लगाए। इससे पूर्व लोग राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज, सहकारिता मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं। उधर, हैफेड के डीएम अमित कुमार ने आरोपों का खंडन किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 01:25 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 01:25 AM (IST)
हैफेड ने नहीं की व्यापारियों की पेमेंट, गुस्साए  आढ़तियों ने घेरा का डीएम का कार्यालय
हैफेड ने नहीं की व्यापारियों की पेमेंट, गुस्साए आढ़तियों ने घेरा का डीएम का कार्यालय

फोटो : 28

prime article banner

- व्यापारी बोले 12 मई को हुई थी 29 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद

- पेमेंट जारी करने की मांग को सहकारिता मंत्री से कर चुके हैं मुलाकात जागरण संवाददाता, यमुनानगर : हैफेड की ओर से 12 मई को खिजराबाद अनाज मंडी में की गई 29 हजार क्विंटल गेहूं खरीद की पेमेंट न दिए जाने से गुस्साए आढ़तियों ने बुधवार को विभाग के कार्यालय में पहुंच कर नारेबाजी की। डीएम पर अभद्रता करने व जानबूझकर पेमेंट रोकने के आरोप भी लगाए। इससे पूर्व लोग राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज, सहकारिता मंत्री से मुलाकात कर चुके हैं। उधर, हैफेड के डीएम अमित कुमार ने आरोपों का खंडन किया। पेमेंट के बारे में कहा कि विभाग को केस बनाकर भेजा है।

आढ़तियों के प्रधान प्रवीण बटार, प्रवीण अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, अशोक, नरेश, गौरव, तरुण, रामशरण ने बताया कि मंडी में 65 से 70 के बीच आढ़ती हैं। मंडी में 24 हजार क्विंटल गेहूं रखा हुआ था। 12 मई को हैफेड से इंस्पेक्टर मंडी में गेहूं खरीद के लिए पहुंचे। गेहूं 29 हजार क्विंटल थी, जिसे विभाग ने खरीदा। ढेरी होने के कारण अंदाजे साथ वजन लगाया जाता है। ये सारा अनाज गोदाम में पहुंचा भी दिया गया था। इसकी पेमेंट अभी तक नहंी की गई। अतिरिक्त वजन की पेमेंट देने में भी आनाकानी :

व्यापारियों ने बताया कि विभाग 24 हजार क्विंटल गेहूं बता रहा है, जबकि उनके अनुसार 29 हजार क्विंटल बनती है। पांच हजार क्विंटल की पेमेंट देने में विभागीय अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं। वह वजन अनुसार भुगतान चाहते हैं। उनके पास विभाग के दिए बिल भी हैं।

72 घंटे में होती है पेमेंट : आढ़तियों ने बताया कि नियम अनुसार 72 घंटे में गेहूं की पेमेंट कर दी जाती है। इस बार उनको विभाग ने अभी तक पेमेंट नहीं की है। पेमेंट के लिए कई दिन से कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। उनकी यहां अधिकारी सुन नहीं रहे हैं। पेमेंट नहीं होने से वे किसानों को भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। कोई अभद्रता नहीं की, झूठा आरोप है : डीएम

हैफेड के डीएम अमित कुमार का कहना है कि 24 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद की गई थी। पांच हजार क्विंटल गेहूं की लि¨फ्टग नहीं हुई है। किसी आढ़ती के साथ कोई अभद्रता नहीं की है। पेमेंट के लिए केस बना कर विभाग के पास भेजा हुआ है। जैसे ही वहां से निर्देश मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.