महापुरुष दिखाते ज्ञान व भक्ति का मार्ग: सत्या
पुलिस लाइन के श्री राधा कृष्ण मंदिर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के बैनर तले शनिवार को सुंदरकांड कथा हुई।
जागरण संवाददाता, जगाधरी: पुलिस लाइन के श्री राधा कृष्ण मंदिर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के बैनर तले शनिवार को सुंदरकांड कथा हुई। साध्वी सत्या भारती ने गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस का सुंदरकांड सुनाया। उन्होंने कहा भक्त के जीवन में महापुरुष आकर ज्ञान व भक्ति मार्ग दिखाते हैं। जामवंत ने हनुमान को सुप्त शक्तियों से अवगत कराया। उनके मार्ग में आने वाला मैनाक पर्वत आलस्य व प्रमाद का प्रतीक है। जो भक्ति मार्ग को अवरुद्ध करता है। हनुमान जी पुरुषार्थ से इसे लांघ जाते हैं, तो सुरसा ईष्र्या का प्रतीक उनकी बाधा बनती हैं। नम्रता व धैर्य से उसका भी खंडन करते हैं। ब्राह्मनिष्ठ संत का संग होने से बुद्धि कुविचारों से छूटकर विवेक व सुंदर विचारों को धारण करते हैं। लंका में प्रवेश पाते ही रात्रि में कई कुकृत्यों को देखते हैं। तभी उन्हें दानवों की नगरी के बीच एक भक्त की कुटिया नजर आती है, वह विभीषण से भेंट करते हैं। राम नाम का संदेश देकर सीता माता के पास अशोक वाटिका में जाते हैं। माता को श्री रामजी की मुद्रिका दिखाकर पहचान स्वरूप उनकी चूड़ामणि लेते हैं।