जहां से होगा महाप्रबंधक का दौरा उन जगहों को चमका रहे अधिकारी
नार्दन रेलवे के जीएम का इस माह में दौरा प्रस्तावित है।
जागरण संवाददाता, जगाधरी वर्कशाप: नार्दन रेलवे के जीएम का इस माह में दौरा प्रस्तावित है। वह कभी भी आ सकते हैं। जिसको लेकर रेलवे अधिकारी गंभीर नजर आए। जीएम जिन रास्तों से वर्कशॉप में एंट्री करेंगे, उन सड़कों को ही चमकाया जा रहा है। इनके दौरे को लेकर की गई तैयारी का जायजा लेने के लिए यहां का दौरा किया। इस दौरान सामने आया कि सफाई के नाम पर केवल झाड़ियों की सफाई की गई। सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी के ढेर लगे नजर आए। कॉलोनी के लोगों ने यहां भी सफाई कराने की मांग की। क्वार्टरों पर बाहर रंग रोगन अंदर से जस के तस
आफिसर गेस्ट हाउस से लेकर जगाधरी वर्कशाप के हाथी गेट तक के रास्ते पर अधिकारियों की विशेष नजर है। इस सड़क पर जितने भी सरकारी क्वार्टर है उनके केवल बाहर ही रंग रोगन कराया जा रहा था, लेकिन अंदर से कोई सुध नहीं ली गई। क्वार्टरों की हालत पहले की तरह जर्जर दिखाई दिए। क्वार्टरों की दीवारों में दरारें आई हुई हैं, जिन पर अफसरों का ध्यान बिलकुल भी नहीं है। बाहर भी रंग रोगन इसलिए कराया गया है। यहां से बहने वाले नाले की भी सफाई कराई गई है। सड़कों का बुरा हाल कॉलोनी की सड़कों की स्थिति देखी गई। जिन रास्तों से जीएम जाएंगे वे साफ नजर आए। अंदर की सड़कों पर बजरी पड़ी दिखाई दी। सड़कों के साथ खड़ी झाड़ियों को साफ किया। रेलवे कर्मचारी देव शंकर का कहना है कि जीएम के संभावित दौरे को लेकर अधिकारी जगाधरी वर्कशाप को चमकाने में लगे हैं। लेकिन अधिकारियों को रेलवे कॉलोनी की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। जीएम से मिलकर उन्हें सच्चाई से अवगत कराएंगे। उन्हें बताया जाएगा कि रेलवे कर्मचारी क्वार्टरों में कैसा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं है उन्होंने बताया कि एक भी क्वार्टर ठीक नहीं है। सभी के दरवाजे व खिड़कियां टूटी पड़ी हैं। रेलवे अस्पताल में कुछ भी सुविधा नहीं मिलती। यहां से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। केवल जीएम को दिखाने के लिए कार्यालयों को चमकाने के लिए पैसा खर्च किया जा रहा है। जहां कर्मचारी काम करते हैं, वहां की स्थिति बहुत खराब है। इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है। रेलवे वर्कशाप के जीएम संगर का कहना है कि रेलवे कॉलोनी की समस्याओं पर भी हमारा ध्यान है। यह मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। हम भी चाहते हैं कि रेलवे कर्मचारियों को किसी तरह की दिक्कत न आए। सभी कर्मचारी हमारे परिवार की तरह हैं।