मानसिक दबाव में जीवन गंवाना नासमझी
महाराजा अग्रसैन महाविद्यालय में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार महाराजा अग्रसैन महाविद्यालय में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार के नेतृत्व में आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. बुलबुल कटारिया व डॉ. मधु शर्मा ने संबोधित किया। मुख्य वक्ता डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि भारत में प्रतिदिन 300 लोग आत्महत्या करते हैं। इसमें से 33 प्रतिशत युवा होते हैं। इनकी उम्र 18-30 वर्ष के बीच होती है। उन्होंने आत्माहत्या के कारणों की जानकारी दी व रोकथाम के उपाय भी बताए।
जागरण संवाददाता, जगाधरी : महाराजा अग्रसैन महाविद्यालय में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार के नेतृत्व में आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. बुलबुल कटारिया व डॉ. मधु शर्मा ने संबोधित किया।
मुख्य वक्ता डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि भारत में प्रतिदिन 300 लोग आत्महत्या करते हैं। इसमें से 33 प्रतिशत युवा होते हैं। इनकी उम्र 18-30 वर्ष के बीच होती है। उन्होंने आत्माहत्या के कारणों की जानकारी दी व रोकथाम के उपाय भी बताए।
कॉलेज प्राचार्य डॉ. पीके बाजपेयी ने कहा कि ईश्वर की ओर से अमूल्य जीवन दिया गया है। इसे मानसिक दबाव में खो देना नासमझी है। युवा वर्ग को सफलता के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। जो असफल होता है, वही सफलता के लिए आगे कदम बढ़ाता है। डॉ. बाजपेयी ने पौराणिक संदर्भों का हवाला देते हुए कहा कि यदि आप किसी को जीवन या प्राण दे नहीं सकते जो ले कैसे सकते हो। पेड़ से पत्ता या शाख तोड़ना बड़ा आसान है, लेकिन दोबारा उगा पाना असंभव है। मौके पर उप प्राचार्या डॉ. करुणा, डॉ. बहादुर ¨सह, डॉ. वीरेंद्र ¨सह प्रोफेसर पवन त्रिपाठी व सीमा जैन उपस्थित थे।