पहले पुलिस ने शिकायत कर दी गायब, दबाव पड़ा, तो डेढ़ माह बाद लूट का केस किया दर्ज
पोंटा साहिब रोड पर प्रतापनगर थाना क्षेत्र के कलेसर में बदमाशों का आतंक है। आए दिन यहां से गुजरने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले किसान से कलेसर के पास बदमाशों ने नकदी और मोबाइल लूटा। अब एक और मामला लूट का मामला प्रतापनगर थाने में दर्ज हुआ है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : पोंटा साहिब रोड पर प्रतापनगर थाना क्षेत्र के कलेसर में बदमाशों का आतंक है। आए दिन यहां से गुजरने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले किसान से कलेसर के पास बदमाशों ने नकदी और मोबाइल लूटा। अब एक और मामला लूट का मामला प्रतापनगर थाने में दर्ज हुआ है। यह घटना 25 सितंबर की है। हिमाचल प्रदेश के पोंटा साहिब जिले के गांव शिरगांव के रामभज के साथ लूट हुई। घटना के अगले दिन ही उन्होंने शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत ही गायब कर दी। बाद में क्षेत्र के गांवों के लोगों के साथ वे पहुंचे, तो केस दर्ज हुआ।
पंडित रामभज का प्रतापनगर एरिया के कई गांवों में आना जाना था। गत 25 सितंबर को वह अराईयांवाला गांव में श्राद्ध पर पूजा पाठ कराने के लिए आए थे। शाम को यहां से एक्टिवा पर लौट रहे थे। पंडित रामभज ने बताया कि कलेसर के पास जब वह पहुंचे, तो बाइक सवार कुछ युवक खड़े थे। वह उनके बराबर से निकले, तो दो बाइकों पर उन्होंने पीछा करना शुरू कर दिया। पीछे से आवाज लगाते हुए बाइक सवार आए और एक बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने उन्हें धक्का दे दिया। वह एक्टिवा सहित सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरे। तुरंत बाइकों से उतरकर पांच-छह बदमाश उनके पास आए। उनसे करीब 35 हजार रुपये, मोबाइल लूट लिया। विरोध करने पर उन्होंने चाकू निकालकर गर्दन पर रख दिया। जिससे वह डर गए। बदमाशों ने लूटपाट के बाद उनकी एक्टिवा गड्ढे से निकाली और लेकर फरार हो गए। वह किसी तरह से पैदल ही आगे हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर पर चौकी में पहुंचे। वहां पुलिस ने उन्हें प्रतापनगर थाने का एरिया होने की बात कह दी। उस दिन वह डरे सहमे अपने घर आ गए। अगले दिन वह प्रतापनगर थाने में गए और लूट की शिकायत दी।
पुलिस ने मौके का किया मुआयना
पुलिस ने उनकी शिकायत के बाद घटनास्थल का मुआयना किया। नक्शा भी बनाया, लेकिन कोई केस दर्ज नहीं किया। काफी दिनों बाद जब रामभज शिकायत के बारे में पता करने गए, तो वहां से शिकायत ही गायब मिली। मौके का नक्शा भी पुलिसकर्मियों ने गायब कर दिया। बाद में उन्होंने अराईयांवाला में जान पहचान के लोगों से बात की, तो वह थाने में गए। जिस पर पुलिस को केस दर्ज करना पड़ा। वहीं जांच अधिकारी जयभगवान सिंह का कहना है कि शिकायत में कोई देरी नहीं हुई है। पीड़ित काफी डरा हुआ था। अब वह ठीक होने के बाद हमारे पास आया। उसकी शिकायत पर तुरंत केस दर्ज कर लिया गया।
चार दिन पहले भी हुई लूट
चार दिन पहले हिमाचल प्रदेश के पोंटा साहिब के गांव बदरीपुर के रणधीर सिंह के साथ भी कलेसर के पास लूट हुई। उनकी रामपुर खादर के पास जमीन है। वह खेतों में आया था। शाम को यहां से एक्टिवा पर लौटते समय कलेसर के पास उसे बाइक सवार तीन नौजवान युवकों ने रोक लिया। रोकते ही एक ने उनके कान पर पिस्टल सटा दिया। विरोध करने पर दो अन्य ने उसके साथ मारपीट की। उनकी जेब से साढ़े 15 हजार रुपये की नकदी व मोबाइल निकाल लिया।