कोरोना की तीसरी लहर की आशंका, स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना एक हजार सैंपलों का रखा लक्ष्य
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिग बढ़ा दी है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिग बढ़ा दी है। अब रोजाना एक हजार सैंपल लेने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि इस समय कोरोना काबू में है। बीच में सैंपलों की संख्या भी घट गई थी। इस वर्ष अप्रैल व मई माह में संक्रमण पीक पर रहा था। इन दो महीनों में करीब 80 हजार सैंपल लिए गए थे। संक्रमण कम हुआ, तो सैंपलों की संख्या भी घट गई। अब एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग ने अधिक से अधिक सैंपलिग पर जोर दिया है। कोरोना संक्रमण के कम होते ही संदिग्ध मरीज भी सामने नहीं आ रहे हैं। हालांकि बरसात का मौसम होने की वजह से बुखार व खांसी के मरीज आ रहे हैं। फिजिशियन के यहां भी मरीजों की भीड़ लगी रहती है। इसलिए बुखार या खांसी वाले मरीजों को सैंपल दिए जाने के बाद ही चिकित्सक देख रहे हैं। 29.01 फीसद आबादी की हो चुकी सैंपलिग : जिले से अभी तक चार लाख 78 हजार 88 सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से तीन लाख 79 हजार 255 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इस हिसाब से जिले की 29.02 फीसद आबादी की सैंपलिग हो चुकी है। अभी 1414 सैंपलों की रिपोर्ट लंबित है। यह स्थिति वर्ष 2021 में सैंपलिग की :
जनवरी - 22 हजार 541
फरवरी - 20 हजार 568
मार्च - 24 हजार 33
अप्रैल - 36 हजार 470
मई - 43 हजार 731
जून - 27 हजार 961
जुलाई- 28 हजार 349
अगस्त - 29 हजार 692 जिला निगरानी अधिकारी डा. वागीश गुटैन ने बताया कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सैंपलिग पर जोर दिया जा रहा है। रोजाना एक हजार सैंपलों का लक्ष्य रखा गया है। लोगो ंसे भी यही अपील की जा रही है कि वह संदिग्ध लक्षणों को न छिपाएं और सैंपलिग कराए। जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सकेगा।