झाड़-फूंक कराने के बहाने किशोरी को लेकर गए पिता ने नहर में दिया धक्का
झाड़ फूंक कराने के बहाने किशोरी को लेकर गए पिता ने नहर में धक्का दे दिया। इसके बाद पिता और उसका दोस्त मलकीत फरार हो गए। उसके हाथ में झाड़ी आ गई तो वह बाहर निकली। इस दौरान वहां से गुजर रहे दूधिये ने उसे देखा तो पुलिस को बताया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : झाड़ फूंक कराने के बहाने किशोरी को लेकर गए पिता ने नहर में धक्का दे दिया। इसके बाद पिता और उसका दोस्त मलकीत फरार हो गए। उसके हाथ में झाड़ी आ गई, तो वह बाहर निकली। इस दौरान वहां से गुजर रहे दूधिये ने उसे देखा, तो पुलिस को बताया। पुलिस ने किशोरी की शिकायत पर पिता और उसके दोस्त पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है।
थाना छप्पर एरिया के गांव की 17 वर्षीय किशोरी कक्षा नौ तक पढ़ी है। उसके तीन भाई हैं। मां एक साल पहले ही घर से चली गई थी। पिता ने उसे आगे पढ़ने नहीं दिया। वह रोज उससे मारपीट की जाती। इससे वह कई बार घर से भी भाग गई। बरामद होने पर पिता और रिश्तेदार उस समय प्यार से उसे अपने साथ लेकर जाते। बाद में फिर मारपीट करने लगते। 20 अगस्त की रात पिता उसे पीर की चौकी पर ले जाने की बात कह अपने साथ लेकर गए। रास्ते में अपने दोस्त मलकीत को साथ लिया। पांजूपुर गांव में नहर के पास जाकर दोनों ने आपस में बात की। फिर किशोरी से कहा कि वह ठीक हो जाएगी और उसके हाथ में चावल में रख दिए। जैसे ही उसने आंखें बंद की, तो पिता व मलकीत ने उसे नहर में धक्का दे दिया और मरा हुआ समझकर चले गए।
झाड़ी हाथ में आई, तो बची जान : किशोरी ने बताया कि उसके हाथ में झाड़ियां आ गई, तो वह पकड़कर बाहर आ गई। कपड़े पूरी तरह से भीग चुके थे। इसी दौरान वहां से सुखपुरा का जसविद्र निकल रहा था, तो उससे मदद मांगी। उसने पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले किशोरी को गांधीनगर पुलिस चौकी से परिजन लेकर गए थे।
कोट्स :
सदर यमुनानगर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। जब किशोरी के 164 के बयान कराए गए, तो उसने पैर फिसलने की बात कही है।