गन्ने के भाव में बढ़ोतरी को लेकर किसानों ने शिक्षा मंत्री व विधायक को सौंपा ज्ञापन
गन्ने का भाव 370 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल व साढौरा से विधायक रेणु बाला को ज्ञापन दिया। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी मांग को सीएम मनोहर लाल तक पहुंचा दिया जाएगा। किसानों का कहना है कि गन्ने की फसल पर हर वर्ष लागत बढ़ रही है लेकिन मांग के बावजूद सरकार दामों में बढ़ोतरी नहीं कर रही है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गन्ने का भाव 370 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल व साढौरा से विधायक रेणु बाला को ज्ञापन दिया। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी मांग को सीएम मनोहर लाल तक पहुंचा दिया जाएगा। किसानों का कहना है कि गन्ने की फसल पर हर वर्ष लागत बढ़ रही है, लेकिन मांग के बावजूद सरकार दामों में बढ़ोतरी नहीं कर रही है। ऐसे में फसल किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है। सरकार पर अनदेखी का आरोप
भारतीय किसान संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रतन सिंह देवधर, उपाध्यक्ष प्रताप सिंह खजूरी, प्रदेशमंत्री राम बीर सिंह चौहान व जिलाध्यक्ष पिटू राणा ने बताया कि सरकार की अनदेखी के कारण किसान कर्जदार हो रहा है। किसानों को उनकी फसल के वाजिब दाम नहीं मिल रहे हैं। किसान अपने हक के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो रहे हैं। गन्ने की फसल पर खर्च बढ़ने से किसानों को घाटा हो रहा है। यदि सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो किसान गन्ने फसल को पैदा करना छोड़ देंगे। यह है आगामी रणनीति
किसान संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि मांग पूरी न होने पर प्रदेश के हजारों किसान 20 दिसंबर को करनाल में गन्ने की होली जलाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। यदि सरकार ने फिर भी किसानों की मांग को पूरा नहीं किया तो 30 दिसंबर तक सरकार के फैसले का इंतजार किया जाएगा। इसके बाद 1 से 4 जनवरी तक प्रदेश के किसानों को गन्ना छिलाई न करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। 5 जनवरी को प्रदेश के किसान सभी 14 शुगर मिलों पर ताले जड़कर अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन करेंगे।