किसानों ने धरने पर बनाई दिल्ली कूच की रणनीति
कृषि कानूनों के विरोध में टोल बेरियर पर किसानों का धरना जारी है। मंगलवार को किसानों ने दिल्ली कूच को लेकर रणनीति बनाई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कृषि कानूनों के विरोध में टोल बेरियर पर किसानों का धरना जारी है। मंगलवार को किसानों ने दिल्ली कूच को लेकर रणनीति बनाई। धरने की अध्यक्षता भाकियू के डायरेक्टर मनदीप रोडछप्पर ने की। उन्होंने कहा कि कड़ाके की ठंड होने के बावजूद किसान कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं। इन कानूनों के रद होने पर ही किसान घर वापसी करेंगे। इसके अलावा 23 जनवरी को दिल्ली कूच का लेकर भी बैठकों का दौर जारी है। छछरौली के कई गांवों में बैठकें कर इस बारे किसानों को जागरूक किया गया। जिला महासचिव गुरबीर सिंह ने कहा जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते तक तक किसानों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। क्योंकि सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या कर रहा है। फेरूवाला, बटेड़ी, संखेड़ा, लेदा व अन्य गांवों में कमेटियों का भी गठन किया गया है।
किसानों के समर्थन में लौटाया प्रशंसा पत्र
जासं, यमुनानगर : बूड़िया निवासी अंकुर कुमार ने किसान आंदोलन के समर्थन में स्वतंत्रता दिवस समारोह में दिया गया प्रशंसा पत्र वापस कर दिया। अंकुर ने बताया कि वर्ष 2014 में बूड़िया में एक युवती ने पश्चिमी यमुना नहर में आत्महत्या करने के लिए छलांग लगा दी थी। तब उसने नहर में कूद कर युवती को सकुशल बचा लिया था। इस पर जिला प्रशासन ने 15 अगस्त 2014 को उसे तेजली खेल परिसर में आयोजित जिलास्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित किया गया था। परंतु वह किसानों के समर्थन में अब प्रशासन द्वारा दिए गए प्रशंसा पत्र को वापस कर रहा है।