किसानों ने लोकतंत्र के पर्व में मतदान की डाली आहुति
लोकतंत्र के महापर्व में किसानों ने मतदान की आहुति डाली। किसान बोले कि उनके मुद्दे बाद में हैं। उनके लिए पहले क्षेत्र का विकास है। किसानों ने देशहित में मतदान किया है। अपनी समझ से मत का इस्तेमाल किया। वोट संवैधानिक अधिकार है। इसके इस्तेमाल से हम अच्छे प्रतिनिधि का चयन है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लोकतंत्र के महापर्व में किसानों ने मतदान की आहुति डाली। किसान बोले कि उनके मुद्दे बाद में हैं। उनके लिए पहले क्षेत्र का विकास है। किसानों ने देशहित में मतदान किया है। अपनी समझ से मत का इस्तेमाल किया। वोट संवैधानिक अधिकार है। इसके इस्तेमाल से हम अच्छे प्रतिनिधि का चयन है।
भगवानगढ़ के बंटी का कहना है कि उनका वोट क्षेत्र के विकास पर गया है। वह जिस वक्त मतदान केंद्र पर पहुंचे तो काफी लंबी लाइन थी। लाइन में खड़े रहकर बारी का इंतजार किया। मत का इस्तेमाल किया।
किसान हाकम सिंह कहते हैं कि उनका वोट उसको गया है जिसने किसानों के हित की बात की है। उनका मानना है कि उनके मुद्दों से ऊपर देशहित है। समस्याएं हल हो जाएगी, लेकिन विकास की रफ्तार भी नहीं रुकनी चाहिए। इसको ध्यान में रख वोट का इस्तेमाल किया।
किसान रणजीत सिंह का कहना है कि किसानों के हित की बात जिसने की है। इस को ध्यान में रखकर मत का इस्तेमाल उन्होंने किया है।
किसान इरफान कहते हैं कि जिसने किसान हित में अहम फैसले लिए हैं। उनकी मेहनत को पहचाना है। इस पर ध्यान देते हुए वोट की आहुति लोकतंत्र के पर्व में डालने का काम किया है।