चाय की दुकान में रखे पांच किलो के गैस सिलेंडर में आग के बाद धमाका, टीन की छत टूटी
मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया के सामने चाय की दुकान में रखा पांच किलोग्राम का गैस सिलेंडर फट गया। समय रहते दुकानदार बाहर चला गया। सिलेंडर फटने से दुकान की छत पर लगी लोहे की टीन भी टूट गई। वहां रखे सामान में लगी आग पर दमकल विभाग की गाड़ी ने काबू पाया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया के सामने चाय की दुकान में रखा पांच किलोग्राम का गैस सिलेंडर फट गया। समय रहते दुकानदार बाहर चला गया। सिलेंडर फटने से दुकान की छत पर लगी लोहे की टीन भी टूट गई। वहां रखे सामान में लगी आग पर दमकल विभाग की गाड़ी ने काबू पाया।
सुरेंद्र सिंह ने मानकपुर में सड़क किनारे चाय-पकौड़े की दुकान कर रखी है। रविवार शाम वह दुकान में पानी में अंडे उबाल रहा था। इसी दौरान दुकान में रखे पांच किलोग्राम के सिलेंडर से धुंआ उठने लगा। इससे पहले की वह कुछ समझ पाता सिलेंडर ने आग पकड़ ली। वह तुरंत दुकान से बाहर भाग गया। तभी सिलेंडर में जोरदार धमाका हुआ। सिलेंडर फटने से दुकान में रखे सामान में आग लग गई। साथ ही सिलेंडर का टुकड़ा छत में लगने से टीन की चादर भी टूट गई। लोगों ने इसकी सूचना दमकल विभाग को दी। जगाधरी से पहुंची दमकल गाड़ी ने आग पर काबू पाया। जिस दुकान में धमाका हुआ उसके साथ ही नाई की दुकान भी है। लेकिन सिलेंडर छोटा होने के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया। देसी सिलेंडर होने से हुआ हादसा :
जिला दमकल अधिकारी प्रमोद दुग्गल ने बताया कि जिस सिलेंडर में धमाका हुआ वो देसी था। ये गैस सिलेंडर एजेंसी पर नहीं बिकता। इसे बाजार से ही खरीदा गया था। अक्सर दुकानदार छोटा-मोटा काम करने के लिए दुकानों से सिलेंडर खरीद लेते हैं। इस तरह के सिलेंडर का इस्तेमाल ज्यादातर लोग रोशनी के लिए ही करते हैं। परंतु कुछ लोग इसका इस्तेमाल खाना बनाने में करने लगते हैं। क्योंकि ये किसी कंपनी के नहीं होते इसलिए इनसे हादसा होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए लोगों को हमेशा गैस एजेंसी से ही सिलेंडर खरीद कर काम करना चाहिए। क्योंकि इन सिलेंडरों के फटने की संभावना बहुत कम होती है।