जीवन में किसी भी चीज की अधिकता विष के समान : सत्या भारती
गुरु नानक खालसा कॉलेज में एनएसएस की ओर से सात दिवसीय मुहिम चलाई गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गुरु नानक खालसा कॉलेज में एनएसएस की ओर से सात दिवसीय मुहिम चलाई गई। छठे दिन दिव्य ज्योति जागृति संस्थान को आमंत्रित किया गया। संस्थान की ओर से आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी सत्या भारती और प्रजीता भारती मौजूद रही। उन्होंने मानवीय मूल्यों के लिए समय की पाबंदी, चरित्र निर्माण, बड़ों का सम्मान आदि मूलभूत तत्वों की आवश्यकता को युवा पीढ़ी के समक्ष रखा।
उन्होंने सामाजिक मूल्यों को भी आगे रखते हुए कहा कि किसी चीज की अधिकता हमारे जीवन में विष के समान है, जो हमारे भीतर की मानवता को समाप्त कर देती है। आजकल की युवा पीढ़ी अपनी शक्ति से अनभिज्ञ स्वयं अपने पांव पर कुल्हाड़ी चला रही है। वह अपने कीमती जीवन को व्यर्थ के कार्यकलापों जैसे मोबाइल फोन, नशाखोरी आदि में गंवा रहे हैं। मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग और दुरुपयोग उनके चरित्र का हनन कर रहा है। जो युवा अपनी ही तृष्णाओं और विषय वासनाओं से क्षीण हो चुका है, वह अपने देश की प्रगति में कैसे सहभागी हो सकता है। आज हमें व्यक्तित्व के विकास के लिए निजी स्तर पर काम करना पड़ेगा। असंयमित मन व अनियंत्रित बुद्धि हमें विनाश की ओर ले कर जाते हैं। पहले स्वयं की कमियों को दूर करके खुद में बदलाव लाना होगा तभी हम अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व को निभा पाएंगे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यातिथि कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ. मेजर एचएस कंग, डॉ. उदय भान सिंह, एमएलएन कॉलेज के गणित विभाग के प्रोफेसर पलक ग्रोवर, गुरु नानक खालसा कॉलेज के प्रोफेसर आराधना मल्होत्रा व अमन मल्होत्रा व संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर लवलीन ग्रोवर उपस्थित थे।