कॉलेजों में दस्तावेजों की जांच का समय खत्म, दो जुलाई को लगेगी पहली मेरिट लिस्ट
रजिस्ट्रेशन के बाद शनिवार को कॉलेजों में छात्रों के दस्तावेजों की जांच का कार्य भी पूरा हो गया। अब किसी छात्र के दस्तावेजों की जांच नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : रजिस्ट्रेशन के बाद शनिवार को कॉलेजों में छात्रों के दस्तावेजों की जांच का कार्य भी पूरा हो गया। अब किसी छात्र के दस्तावेजों की जांच नहीं होगी। फिलहाल छात्रों को मेरिट लिस्ट का इंतजार रहेगा। उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा पहली मेरिट लिस्ट दो जुलाई को जारी की जाएगी। जिसके तहत आठ जुलाई तक दाखिले लिए जा सकेंगे। अंतिम दिन कॉलेजों में बहुत कम छात्र ही अपने दस्तावेजों की जांच करवाने के लिए पहुंचे क्योंकि ज्यादातर ने भीड़ से बचने के लिए शुरुआती दिनों में ही जांच करवा ली थी।
मुकंद लाल नेशनल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राहुल खन्ना ने बताया कि शनिवार को दोपहर दो बजे तक छात्रों के दस्तावेजों की जांच होनी थी। बहुत कम छात्र ही कॉलेज में पहुंचे। कुछ एक छात्रों को छोड़ दें तो सभी ने दस्तावेजों की जांच करवा ली है। छात्रों के साथ-साथ हमें भी मेरिट लिस्ट का इंतजार है।
फीस को लेकर गाइडलाइन नहीं :
कॉलेजों में दो जुलाई को पहली मेरिट लिस्ट लगने जा रही है लेकिन छात्रों से ली जाने वाली फीस को लेकर अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। ऐसे में कॉलेज संचालक असमंजस में हैं कि वे किस आधार पर छात्रों से फीस लें। उधर, यूनिवर्सिटी साफ कर चुकी है कि सभी छात्र-छात्राओं की फीस इस साल ऑनलाइन यूनिवर्सिटी के ही खाते में जमा होगी।
सारी फीस एक साथ जमा हुई तो होगी दिक्कत :
कॉलेज संचालकों का कहना है कि छात्रों से सालभर की फीस एक साथ लेने से हजारों छात्रों को आर्थिक परेशानी होगी। एडिड कॉलेजों में बीए की सालाना फीस 9480 रुपये, बीकॉम की 10160 रुपये, बीएससी नॉन मेडिकल की 11940 रुपये, बीएससी मेडिकल की 12480 रुपये, एमएससी केमिस्ट्री की 36155 रुपये, एमकॉम की 26200 रुपये तथा बीसीए की 35290 रुपये है। कोई भी छात्र एक साथ 35290 रुपये फीस नहीं दे पाएगा। इसलिए फिलहाल मैनेजमेंट ने सभी से किस्तों में ही फीस लेने का निर्णय लिया है। क्योंकि सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है इसलिए वहां एक साथ जमा होगी।
कॉलेजों की पीओएस मशीन हुई बेकार :
गत वर्ष सभी कॉलेजों ने छात्रों से फीस लेने के लिए अपनी पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन खरीदी थी। जिसमें एटीएम के माध्यम से ली गई सारी फीस सीधे कॉलेज के बैंक खाते में जमा हो जाती थी। परंतु अब यूनिवर्सिटी अपनी नई पीओएस मशीन खरीद कर कॉलेजों को देगी ताकि सारी फीस सीधे उसके खाते में जमा हो सके। अब कॉलेजों द्वारा खरीदी गई पीओएस मशीनें बेकार हो जाएंगी।
सरकारी कॉलेज में एक साथ जमा होगी : एसपी गिरोत्रा
राजकीय कॉलेज छछरौली के प्रिसिपल एवं जिला उच्च शिक्षा अधिकारी एसपी गिरोत्रा का कहना है कि राजकीय कॉलेजों में तो फीस एक साथ ही जमा होगी। प्राइवेट व एडिड कॉलेज यूनिवर्सिटी फीस के अलावा अपने फंड भी लेते हैं। इसलिए वे इस फीस को इंस्टालमेंट में लेने की सुविधा बच्चों को देते हैं।