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लोकतंत्र के यज्ञ में मतदान की आहुति डाल निभाएंगे जिम्मेदारी

लोकतंत्र के महापर्व में अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए युवा काफी उत्सुक हैं। पहली बार मतदान करने के लिए उत्साहित हैं। राजनीति पर चर्चा करते हैं। 12 मई को लोकतंत्र के यज्ञ में मतदान की आहुति डालकर जिम्मेदारी निर्वहन करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 01:20 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 01:20 AM (IST)
लोकतंत्र के यज्ञ में मतदान की आहुति डाल निभाएंगे जिम्मेदारी
लोकतंत्र के यज्ञ में मतदान की आहुति डाल निभाएंगे जिम्मेदारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर: लोकतंत्र के महापर्व में अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए युवा काफी उत्सुक हैं। पहली बार मतदान करने के लिए उत्साहित हैं। राजनीति पर चर्चा करते हैं। 12 मई को लोकतंत्र के यज्ञ में मतदान की आहुति डालकर जिम्मेदारी निर्वहन करेंगे। यह बात दैनिक जागरण की ओर से मुकंद लाल नेशनल कॉलेज में आयोजित हर वोट कुछ कहता है कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने कही। कॉलेज के कार्यकारी प्रिसिपल डॉ. राहुल खन्ना ने वोट के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वोट हमारी ताकत है। वोट जरूर डालनी चाहिए। किसी बहकावे में नहीं अपनी समझ से इसका इस्तेमाल करना चाहिए। दैनिक जागरण का ये अच्छा अभियान है। इससे समाज के लोग जरूर प्रेरित होंगे। शत प्रतिशत मतदान होगा। फोटो : 03

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भारत लोकतंत्र की जननी है। इसके माध्यम से देश की प्रतिष्ठा वैश्विक स्तर पर है। लोकतांत्रिक देश में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। कुछ लोग समाज में ऐसे भी हैं जो वोट नहीं करते। ऐसा नहीं होना चाहिए। सबको वोट डालना चाहिए।

प्रीतिका, इंद्रापुरम फोटो : 04

लोकतंत्र में आपराधिक छवि वाले लोगों के लिए स्थान नहीं होना चाहिए। युवा मतदान के लिए आगे आएंगे, तभी बदलाव की उम्मीद की जाएगी। आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति को राजनीतिक दलों को बचना चाहिए। यदि दल अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करते, तो मतदाताओं को उसका बहिष्कार करना चाहिए।

नरेंद्र कौर, भंभौल फोटो : 05

मुझे मेरा कर्तव्य याद है। मैं खुद भी मतदान करूंगी। इसके लिए समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित करने में भूमिका निभाऊंगी।

मोनिका, कैंप

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जनता जनप्रतिनिधि चुनती है। ये जनप्रतिनिधि सुख दुख में साथ देने वाले होने चाहिए। चुनाव जीतने के बाद दर्शन न देने वालों की अब दाल नहीं गलनी है। हम सभी अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी को निभाएंगे और लापरवाह नेता खुद ब खुद राजनीति से बाहर हो जाएंगे। युवाओं को राजनीति में आगे आने की जरूरत है।

मोहिका, कैंप फोटो 07

शिक्षा के मुद्दे पर राजनीतिक दल सक्रिय कम दिखाई देते हैं। प्रतिनिधि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर संजीदा होना चाहिए। शिक्षा केवल ज्ञान तक नहीं रहनी चाहिए। शिक्षा ऐसी हो, जिससे युवा रोजगार प्राप्त कर सके। शिक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए। क्योंकि शिक्षित ही विकास के योगदान में अपना सहयोग दे सकता है।

अभिषेक, भारतसेवक नगर फोटो : 08

पहली बार मतदान करेंगे। वे भी मतदाता बन चुके हैं। सरकार चयन में उनकी भूमिका भी रहेगी। प्रत्याशी चरित्रवान होना चाहिए। चरित्रवान प्रत्याशी को मैं वोट दूंगा। चुनाव में प्रत्याशी सक्रिय दिखते हैं, लेकिन जीत के बाद उन्हें तलाशना पड़ता है। ऐसी प्रत्याशी का बहिष्कार करना चाहिए। राजनीति सेवा के लिए है। राजनीतिक लोग समाजसेवा में आगे रहने वाले होने चाहिए।

दुर्गेश, रादौर फोटो : 09

चुनाव के दौरान धन राशि का इस्तेमाल किया जाता है। इस पर चुनाव आयोग की सख्ती और कागज की बजाय जमीनी स्तर पर होनी चाहिए। इससे धन के इस्तेमाल पर रोक लग सके। वोटर खरीद कर जीतने वाला प्रत्याशी देशहित में क्या योगदान दे सकते हैं। इस प्रकार के धन प्रयोग पर रोक लगनी चाहिए।

दीपक, कनालसी फोटो 10

बेरोजगारी बढ़ रही है। इस तरफ कोई काम नहीं कर रहा है। जन प्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए तो बेरोजगारों की सुध ले। हर साल हजारों युवा पढ़ाई पूरी कर कॉलेज से बाहर निकलते हैं। ज्यादा से ज्यादा इंडस्ट्री लगाने की सोच रखने वाला प्रत्याशी हो। कम से कम प्राइवेट रोजगार तो युवाओं को मिले।

पुनीत, बाडी माजरा फोटो 11

प्रोफेशनल एजुकेशन की जरूरत है। इस शिक्षा को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। जो भी प्रत्याशी बने वो इस तरफ ध्यान दे। शिक्षा प्राप्त कर जब युवा संस्थानों से बाहर आएंगे तो उनको रोजगार के लिए भटकना न पड़े। केवल खाते में पैसे डाल देने से बच्चे रोजगार के लिए युवा तैयार नहीं हो जाएंगे।

सुधीर, एमएलएन कॉलेज यमुनानगर

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लोकतंत्र सबकी भागीदारी से सशक्त होगा। ये तभी संभव होगा जब सभी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वाह करेंगे। अकसर वे देखते ही मतदाता छुट्टी समझ कर घूमने निकल जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। वोट जरूर डालना चाहिए। ये हमारा अधिकार है। इन्होंने विद्यार्थियों को लोकतंत्र का महत्व समझाया। जिस देश में लोकतंत्र का अभाव है, वहां की स्थिति से अवगत हो लें। भारत संसार का सबसे बड़ा लेाकतांत्रिक देश है। इसे सशक्त बनाने में सबसे बड़ा योगदान युवा पीढ़ी का है।

डॉ. मनमोहन, एमएलएन कॉलेज यमुनानगर।


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