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नींद से जागा बोर्ड: अब नियमित रूप से होगी प्रदूषण की मानिटरिग

शहर में बढ़ रहा प्रदूषण अब लोगों के साथ-साथ प्रदूषण बोर्ड के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है। अब बोर्ड के अधिकारियों ने नियमित रूप से प्रदूषण की मानिटरिग (फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं पर नजर) करने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 06:25 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 06:25 AM (IST)
नींद से जागा बोर्ड: अब नियमित रूप से होगी प्रदूषण की मानिटरिग
नींद से जागा बोर्ड: अब नियमित रूप से होगी प्रदूषण की मानिटरिग

शैलजा त्यागी, जगाधरी

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शहर में बढ़ रहा प्रदूषण अब लोगों के साथ-साथ प्रदूषण बोर्ड के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है। अब बोर्ड के अधिकारियों ने नियमित रूप से प्रदूषण की मानिटरिग (फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं पर नजर) करने का निर्णय लिया है। जिस भी फैक्ट्री से अधिक मात्रा में काला धुआं निकलता दिखाई देगा, उसकी रिपोर्ट तैयार कर आला अधिकारियों को भेजी जाएगी, ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके। दिन-रात धुआं उगल रही ट्विनसिटी में चिमनियां:

ट्विन सिटी में करीब पांच हजार से ज्यादा छोटी बड़ी औद्योगिक इकाइयां हैं। जिनमें पीतल, स्टील, तांबे के बर्तन बनाने वाली इकाइयों के अलावा प्लाईवुड व अन्य शामिल हैं। त्योहारी सीजन शुरू होने की वजह से दिन-रात फैक्ट्रियों में काम चल रहा है। सबसे ज्यादा मारामारी बर्तन व प्लाइवुड की फैक्ट्रियों में देखी जा सकती है। यही वजह है कि इन फैक्ट्रियों की चिमनियां दिनरात धुंआ उगल रही हैं। इससे जहां लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। वहीं प्रदूषण को बढ़ाने में कारगर भूमिका निभा रहा है। एक एसडीओ को भरोसे ट्विन सिटी की मानिटरिग

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक एसडीओ को प्रदूषण की मानिटरिग का जिम्मा दिया है जो सुबह शाम शहर के औद्योगिक क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लेगा। जिस भी फैक्ट्री की चिमनी ज्यादा व काला धुंआ उगलती नजर आई, वह उसका रिकार्ड भी रखेगा। उसकी रिपोर्ट तैयार कर मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा। जिसके आधार पर बोर्ड आगामी कार्रवाई करेगा। सामान्य से चार गुणा तक पहुंचा प्रदूषण का स्तर:

ट्विनसिटी में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार सुबह 9 से 10 बजे तक पीएम 10 का स्तर 433.3 पर मीट्रिक क्यूब घन मीटर दर्ज हुआ, जबकि पीएम 2.5 का स्तर 216.7 दर्ज किया है। दोनों ही सामान्य स्तर से चार गुणा से ज्यादा है। पूरे दिन में दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक ही प्रदूषण का स्तर सामान्य से कम नजर आया। लेकिन शाम को एक बार फिर हालात बद से बदतर होने शुरू हो गए। रात को सात बजे से लेकर बुधवार सुबह चार बजे तक प्रदूषण के स्तर डेंजर जोन में रहा। जो कि चिता का विषय है। प्रदूषण का समाधान की बजाए तर्क देने में लगा बोर्ड:

शहर में प्रदूषण का स्तर डेंजर जोन क्रास कर रहा है। इसका क्या समाधान किया जाए, इस ओर बोर्ड के अधिकारियों का ध्यान नहीं है। बल्कि तर्क दे रहा है। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निर्मल कश्यप के मुताबिक जिस जगह पर प्रदूषण जांचने का संयंत्र लगाया गया है, वह हाइवे के नजदीक है। दिनरात वाहनों की आवाजाही व धुंआ निकलने की वजह से शहर का प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है। इसके अलावा उन्होंने तर्क दे रहा है कि शहर में रेत व बजरी से भरे ट्रक व ट्रालियां खुले ही सरपट दौड़ रही है। उनसे उड़ने वाली धूल की वजह से भी प्रदूषण बढ़ रहा है। वाहन ढककर गुजरे इस बारे में डीसी से बात की गई है।


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