111 मृतक मतदाताओं के नाम काटना भूल गया निर्वाचन आयोग
10 से 15 वर्ष पहले मर चुके लोगों का नाम आज भी मतदाता सूचियों में दर्ज है। मृतकों का नाम मतदाता सूची से कटवाने के लिए कोआपरेटिव मिनी बैंक खुर्दबन के चेयरमैन कर्मवीर सिंह ने कई बार जिला निर्वाचन चुनाव में अधिकारियों और कर्मचारियों को सूची दी लेकिन आज तक मरे हुए मतदाताओं का नाम सूची से नहीं काटा गया है।
जसवंत सिंह, रादौर
10 से 15 वर्ष पहले मर चुके लोगों का नाम आज भी मतदाता सूचियों में दर्ज है। मृतकों का नाम मतदाता सूची से कटवाने के लिए कोआपरेटिव मिनी बैंक खुर्दबन के चेयरमैन कर्मवीर सिंह ने कई बार जिला निर्वाचन चुनाव में अधिकारियों और कर्मचारियों को सूची दी, लेकिन आज तक मरे हुए मतदाताओं का नाम सूची से नहीं काटा गया है।
कर्मवीर सिंह ने बताया कि गांव में बूथ नं 222 ओर 223 पर कुल 1795 मतदाता है। उनमें से 111 मतदाताओं की मौत 10 से 15 साल पहले हो चुकी है। इसके बावजूद मृतकों के नाम मतदाता सूची में दर्ज हैं। उनके द्वारा मृतक मतदाताओं की सूची बनाकर चुनाव कार्यालय में दी गई थी, लेकिन आज तक मृतक मतदाताओं के नाम सूची से नहीं काटे गए हैं। कर्मवीर सिंह ने बताया कि गांव के 111 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद उनके नाम मतदाता सूची में शामिल हैं। पूर्व सरपंच ने बताया कि मृतक मतदाताओं के मत चुनावों में फर्जी तौर पर डाले जा सकते हैं। ऐसे में चुनाव कार्यालय इन मृतक मतदाताओं के नाम सूची से काट कर केवल जीवित मतदाताओं के नाम की सूची जारी करे।