रेल यात्रा के दौरान होने वाले बीमा के लिए रेल यात्रियों को देना होगा चार्ज
ऑनलाइन रेल टिकट लेने वाले यात्रियों को दी गई मुफ्त बीमा की सुविधा रेलवे ने गुपचुप तरीके से बंद कर दी। अब इसके पैसे यात्रियों से ही वसूले जाएंगे। आरक्षित सीट लेने के लिए भरे जाने वाले फार्म पर टिक का निशान दिया गया है। इस पर क्लिक करते ही 68 पैसे पर यात्री वसूले जाएंगे। इसके बाद ही सफर के दौरान होने वाली दुर्घटना में यात्री बीमा राशि के हकदार होंगे। ऐसा कर रेलवे ने यात्रियों की जेब पर बोझ डालने का काम किया है।
नितिन शर्मा, यमुनानगर
ऑनलाइन रेल टिकट लेने वाले यात्रियों को दी गई मुफ्त बीमा की सुविधा रेलवे ने गुपचुप तरीके से बंद कर दी। अब इसके पैसे यात्रियों से ही वसूले जाएंगे। आरक्षित सीट लेने के लिए भरे जाने वाले फार्म पर टिक का निशान दिया गया है। इस पर क्लिक करते ही 68 पैसे पर यात्री वसूले जाएंगे। इसके बाद ही सफर के दौरान होने वाली दुर्घटना में यात्री बीमा राशि के हकदार होंगे। ऐसा कर रेलवे ने यात्रियों की जेब पर बोझ डालने का काम किया है।
इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन की वेबसाइट यात्रियों को अब टिकट बुक करते समय बीमा के लिए ऑप्ट इन और ऑप्ट आउट का विकल्प पूछा जाएगा। इसके साथ ही रेलवे आरक्षण केंद्रों से टिकट बुक करने वाले यात्रियों को यह विकल्प नहीं मिलेगा।
लाभ लेने के लिए भरना होगा हां
साइट के अनुसार जिन यात्रियों को यात्री बीमा का लाभ लेना होगा। उन्हें रिजर्वेशन फार्म में यात्रा बीमा के सामने दिए गए विकल्प में हां पर टिक लगाना होगा। उसके बाद ही वे बीमा का लाभ ले सकेंगे। लेकिन सितंबर माह से इस सेवा को बंद कर 68 पैसे प्रति यात्री प्रीमियम वसूल किया जाएगा।
10 लाख रुपये तक है बीमा कवर राशि
यात्रा के दौरान ट्रेन हादसे में किसी यात्री की मौत हो जाती है तो उसके परिजनों को 10 लाख रुपये की राशि दी जाती है। यात्री बीमा नीति के तहत मिलती है। इसके साथ ही पूर्ण दिव्यांग यात्री को 7.5 लाख और घायलों को दो लाख की रकम दिए जाने का प्रावधान है।
बीमा के ये हैं नियम
पांच साल या इससे अधिक के सभी यात्री इस बीमा का लाभ ले सकते हैं। बु¨कग के दौरान लिया गया प्रीमियम टिकट रद करने के दौरान वापस नहीं किया जाएगा।
इसलिए किया था फ्री
रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार नोटबंदी के बाद ऑनलाइन भुगतान को बढ़ावा देने के लिए यात्रा बीमा फ्री कर दिया गया था। लेकिन सितंबर माह से रेलवे ने ये सुविधा बंद कर दी है।