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आर्थिक सहायता न मिलने से संकट में चमड़ा व्यवसायी

संस, रादौर : चमड़ा उद्योग को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता न चमड़ा उद्योग को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता न मिलने से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में मृतक पशुओं को उठाने का काम करने वाले लोगों का रोजगार खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Jul 2018 12:32 AM (IST)Updated: Fri, 20 Jul 2018 12:32 AM (IST)
आर्थिक सहायता न मिलने से संकट में चमड़ा व्यवसायी
आर्थिक सहायता न मिलने से संकट में चमड़ा व्यवसायी

संस, रादौर : चमड़ा उद्योग को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता न मिलने से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में मृतक पशुओं को उठाने का काम करने वाले लोगों का रोजगार खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है। व्यवसायी सुरेश कुमार ने बताया कि उद्योग से जुडे़ लोगों को सरकार की ओर से कोई राहत नहीं दी जा रही है। सरकार ने चमड़ा उद्योग पर भारी टैक्स लगा दिया, जिससे इस उद्योग से जुड़े लोगों का जीना दूभर हो गया है। शहर में वर्षो से मरे हुए पशुओं को उठाने का काम कर रहे सुरेश कुमार ने बताया कि चमड़ा उद्योग से जुड़े लोगों को सरकार की अनदेखी के कारण अपने परिवारों का गुजारा करना भी मुश्किल हो गया है।

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