व्यस्तता के चलते अब लोगों के बीच नहीं जा पाते नेता जी
टापू माजरी के मोलूराम कहते हैं कि पहले जमाने में वोट बैलेट पेपर से डाली जाती थी। आधे लोग तो बैलेट पेपर पर दोनों तरफ ही मोहर लगा दिया करते थे। जिससे वोट खराब हो जाया करती थी। आज के आधुनिक युग में ईवीएम आ गई। इससे उनका काम भी आसान हुआ।
टापू माजरी के मोलूराम कहते हैं कि पहले जमाने में वोट बैलेट पेपर से डाली जाती थी। आधे लोग तो बैलेट पेपर पर दोनों तरफ ही मोहर लगा दिया करते थे। जिससे वोट खराब हो जाया करती थी। आज के आधुनिक युग में ईवीएम आ गई। इससे उनका काम भी आसान हुआ। वे अपने मत का सही प्रयोग करते हैं। पहले उनकी वोट खराब होने का डर रहता है। क्योंकि एक व्यक्ति दो जगह स्टंप लगा देता था। इससे उसकी वोट निरस्त मानी जाती थी। अब तो बटन दबाना होता है। इससे वोट खराब होने के बहुत कम कारण होते हैं। पहले जमाने में प्रत्याशी चुनाव में अंधाधुंध पैसा खर्च नहीं करता था ।आज चुनाव प्रचार पर मोटी रकम खर्च की जाती है । जो कि सरासर गलत है। इस पर चुनाव आयोग ने लगाम कसने का काम किया है यह एक सराहनीय कदम है। पहले और आज के जनप्रतिनिधि में अंतर है। पहले जनप्रतिनिधि लोगों के बीच जाते और समय बीतते थे। व्यस्तता के चलते इसमें बदलाव हुआ है। गांव में नेतागण आते हैं, लेकिन सीधे प्रोग्राम में भाग लेने।