नशे की लत के शिकार युवक की मौत, परिजनों ने लगाया डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
नशे के आदी एक युवक की अस्पताल में मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। उनका आरोप है कि डॉक्टर ने उसका इलाज नहीं किया और मरीज को मनोचिकित्सक के पास रेफर कर दिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नशे की लत के शिकार आदर्शनगर के 35 वर्षीय सन्नी कुमार की शनिवार को सिविल अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। आरोप है कि डॉक्टरों ने सन्नी का इलाज नहीं किया। उसे नर्सों ने ड्रिप लगाई, वह भी हटवा दी गई। परिजनों ने काफी देर तक शव को ट्रॉमा सेंटर के सामने रख हंगामा किया, लेकिन न तो अस्पताल प्रशासन से कोई पहुंचा और न ही पुलिस। अस्पताल से पुलिस को इस बारे में सूचना तक नहीं दी गई। बाद में परिजन शव लेकर चले गए।
अमित कुमार ने बताया कि उनका भाई सन्नी प्लाइवुड फैक्ट्री में नौकरी करता था। 2011 में उसकी शादी हुई। उसे एक बच्चा भी है। उसे नशे के कैप्सूल लेने की लत लग गई थी। स्वजनों ने दो दिन से उस पर सख्ती की हुई थी, जिस वजह से वह नशे से दूर था। शनिवार को उसकी हालत बिगड़ गई।
अमित ने बताया कि शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे उसे सिविल अस्पताल में लेकर आए। यहां पर नर्सों ने उसे ड्रिप लगा दी। दोपहर को डॉक्टर उसे देखने के लिए आया, तो उसने नर्सों को बोलकर ड्रिप हटवा दी और सन्नी को मनोरोग विशेषज्ञ के पास ले जाने के लिए कहने लगे। आरोप है कि ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों ने उसे दवाई तक नहीं दी, जिस वजह से उसकी हालत बिगड़ती चली गई। दोपहर बाद करीब ढाई बजे उसकी मौत हो गई। मरीज की हालत पहले से ही गंभीर थी, जिस वजह से उसे बचाया नहीं जा सका। यदि परिजनों को किसी डॉक्टर से शिकायत है, तो उसके बारे में लिखित में दे सकते हैं। उसी आधार पर पैनल बनाकर जांच कराएंगे।
- डॉ. विजय दहिया, कार्यवाहक सिविल सर्जन