आरबीएसके योजना ने दी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को दी नई जिदगी : डॉ. कुलदीप
सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इलाज कराने वाले बचों को उपहार बांटे गए। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी दी गई। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष तक के बचों की स्क्रीनिग स्वास्थ्य विभाग की टीम करती है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इलाज कराने वाले बच्चों को उपहार बांटे गए। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी दी गई। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों की स्क्रीनिग स्वास्थ्य विभाग की टीम करती है। उसमें 32 तरह की बीमारियों से पीड़ित बच्चों का इलाज निशुल्क किया जाता है। करीब 76 हजार बच्चे गंभीर बीमारियों से पीड़ित मिले। इनमें से 51 हजार बच्चों के इलाज इस योजना के तहत हो चुका है। जिले में ही करीब दो करोड़ रुपये स्वास्थ्य विभाग ने खर्च किए हैं। अब यह बच्चे सामान्य जीवन जी रहे हैं। इसलिए बच्चों में यदि कोई जन्मजात या फिर अन्य गंभीर बीमारी के लक्षण दिखाई दें, तो वह सिविल अस्पताल में संपर्क कर सकते हैं।
कार्यवाहक चिकित्स अधीक्षक डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि विभाग की 11 टीमें लगी हुई हैं। हर रोज 100 से 120 बच्चों की स्क्रीनिग की जाती है। इसका उद्देश्य यही है कि बच्चे स्वस्थ रहे। इस योजना के तहत 151 बच्चों की हार्ट से संबंधित बीमारी का इलाज कराया जा चुका है। टेढ़े-मेढ़े पांव वाले 85 बच्चों का इलाज कराया गया। इस दौरान जिन बच्चों का इलाज कराया गया। उनके अभिभावकों ने अपना अनुभव भी साझा किया। जिसमें उन्होंने योजना की सराहना की। इस मौके पर डॉ. वागीश गुटैन, डॉ. बुलबुल, डॉ. मधु, कोऑर्डिनेटर अरुण शर्मा, डॉ. जगदीप, सविता, पूजा, सज्जन कुमार आदि भी मौजूद रहे।