नौजवानों में दिल की बीमारियों के कारण मौत दर में इजाफा हुआ : डॉ. बाली
दिल की बीमारियों के माहिर डॉ. एचके बाली ने बताया कि 35 साल से अधिक उम्र के लोगों में दिल के दौरे के मामले में भारत दुनिया भर में से एक नंबर पर है। डब्लयूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार 2022 तक भारत दिल की बीमारियों के कारण मौतें तथा विकलांगता का सबसे अधिक लोगों वाला देश बन जाएगा।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : दिल की बीमारियों के माहिर डॉ. एचके बाली ने बताया कि 35 साल से अधिक उम्र के लोगों में दिल के दौरे के मामले में भारत दुनिया भर में से एक नंबर पर है। डब्लयूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार 2022 तक भारत दिल की बीमारियों के कारण मौतें तथा विकलांगता का सबसे अधिक लोगों वाला देश बन जाएगा। इससे मरीजों की औसतन उम्र अब 25 वर्ष तक आ गई है। 40 साल से कम उम्र के लोगों में कॉर्नरी आर्टरी रोग में 10 प्रतिशत इजाफा हुआ है। वह एक निजी होटल में प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे थे।
उनके साथ आए डॉ. राणा संदीप सिंह ने कहा कि देश में लगभग तीन लाख बच्चे जन्म से ही दिल के रोग से पीड़ित होते हैं, पर समय पर इलाज व बच्चों के इलाज की सुविधा की कमी होने के कारण वह इलाज से वंचित हो जाते हैं। दिल की बीमारियों के कारण 80 प्रतिशत लोग उम्र से पहले ही मौत का शिकार हो जाते हैं। इस दौरान डॉ. कपिल चैटरी, डॉ. आशीष चड्ढा भी मौजूद रहे।
ये हैं मुख्य लक्षण
छाती में दर्द, घुटन महसूस होना या छाती पर दबाव बनना। बाजू में तेजी से दर्द। ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट। छाती, गले या जबाड़े में दर्द होना या घुटन महसूस होना। सांस लेने में परेशानी या चलने तथा सीढि़यां चढ़ने में ज्यादा सांस फूलना। नींद में घबराहट होना। बिना किसी कारण पेट में दर्द होना। दिल की धड़कन में अचानक तबदीली आना। लंबे समय से खांसी आना और बलगम आना।