अवैध शराब की बिक्री पर लगाया पहरा तो महिलाओं पर हमला, गुस्साए लोगों ने चौक में रखकर रेहड़ी पर लगाई आग
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : खारवन गांव की बड़ी मजारी में बिक रही अवैध शराब को बंद करव
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : खारवन गांव की बड़ी मजारी में बिक रही अवैध शराब को बंद करवाने के लिए उठाया बीड़ा महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हो गया। अवैध धंधा करने वालों को महिलाओं का यह प्रयास रास नहीं आया। आरोप है कि आरोपितों ने महिलाओं पर रॉड व डंडों से हमला कर दिया। जिसमें चार महिलाएं घायल हो गई। उनकी चीख पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर एकत्र हुए। बाद में गुस्साएं लोगों ने अवैध खनन करने वालों की रेहड़ी व शराब चौक में रखकर आग लगा दी। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस गांव में पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों का गुस्सा देख उनकी हर मांग को मान लिया। यहां तक कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस तैयार हो गई। जब ग्रामीण शांत हो गए, तो पुलिस भी लौट आई। अगले दिन भी जब किसी भी अरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो फिर सैंकड़ों ग्रामीण ट्रैक्टर ट्रॉलियों में थाने पहुंच गए। सदर जगाधरी थाने में जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस कार्रवाई के बजाए उनको अवैध शराब का धंधा करने वालों की शराब पकड़वाने की बात कह रही है। यह गलत है। पुलिस को अवैध शराब बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
तंग आकर पहरा लगा दिया था महिलाओं ने : महिला ममता, सोमवती, सरदारी, राजबाला, जनरैलो, सिमरन, ¨डपल, वीणा व अन्य का कहना है कि उनके गांव में अवैध शराब को धंधा जोरों पर चल रहा है। पुलिस को छह लोगों के नाम लिखकर दिए हुए है। पुलिस को अवैध शराब भी पकड़ कर दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। तब तीन दिन पहले इस संबंध में एसपी कुलदीप ¨सह से मिले थे। उसके बाद पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया। आरोपित कुछ ही देर में गांव में आ गया और अपना धंधा शुरू कर दिया। अवैध शराब की बिक्री व व्यवस्था से परेशान महिलाओं ने गांव में अवैध शराब बिक्री रोकने के लिए निगरानी कमेटी बनाई। जो गांव को नशा मुक्त बनाने का कार्य करेगी। निगरानी कमेटी के सदस्य पहले अपने परिवार के सदस्यों पर नजर रखेंगी, कि वे शाम के वक्त कहां पर है।
सात बजे देखने गई थी दुकान पर : महिलाओं ने बताया कि खाना बनाने के बाद अवैध शराब बिक्री के विरोध में एकत्र हुए। सभी महिलाएं गांव में ही विकास नाम के युवक की दुकान पर गई। आरोप है कि वहां पर उक्त युवक अवैध शराब बेचने व पिलाने का धंधा करता है। सात बजे उसकी दुकान पर यह देखने गई थी कि उनके परिवार से वहां पर कोई बैठा तो नहीं। एक चक्कर लगाने के बाद महिलाएं एक जगह पर एकत्र होकर बातचीत कर रही थी। तभी दुकानदार वहां पर आया और उनके साथ गाली गलौच करने लगा।
विरोध जताने गई थी, हुआ हमला : गाली गलौच का पता अन्य महिलाओं को भी लगा, तो वे भी मौके पर आ गई। सभी महिलाएं एकत्र होकर अवैध शराब बेचने वाले के पास गई। उनको देखते ही आरोपितों पर डंडे व रॉड से महिलाओं पर हमला कर दिया। इस हमले में ममता, सोमवती, राजबाला सहित चार को चोट लगी। अन्य ने किसी तरह से अपनी जान बचाई। सरकारी अस्पताल में उनका उपचार हुआ। यहां से डॉक्टर ने सूचना पुलिस को भेज दी। महिलाओं की पिटाई के बाद बिगड़ी बात : महिलाओं की पिटाई के बाद अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे। वहां पर महिलाओं की हालत देख वह भड़क गए। जमकर हंगामा हुआ और गुस्साए ग्रामीणों ने विकास की रेहड़ी उठाकर चौक में रखकर आग लगा दी। इसके बाद ही पुलिस गांव में पहुंची।
नहीं बिकने देंगे अवैध शराब : ग्रामीण विजय, सतीश, रामकुमार, संदीप, लक्की, प्रवीण कुमार, र¨वद्र कुमार, लालचंद, वीना, रजनी, सोनिया, ममता, सुषमा, मीरा का पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत से अवैध शराब का धंधा करने वालों के हौंसले बुलंद है। जब से गांव में अवैध शराब बिकना शुरू हुई। तब से गांव नशे की चपेट में है। विरोध करने पर महिलाओं के साथ मारपीट होती है। बच्चे को भी नशे की लत लग रही है। 10 रुपए में भी शराब मिल जाती है। बच्चों को शराब की लत की वजह से स्कूलों से निकाला जा चुका है। महिलाओं का साफ कहना है कि वह गांव में शराब नहीं बिकने देंगे। इसके लिए वह हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।
आरोप गलत, हमारे साथ मारपीट हुई : दुकानदार विकास ने भी पुलिस को शिकायत दी है। उसका कहना है कि ग्रामीणों के आरोप गलत है। वह कोई शराब नहीं बेचता। उल्टा ग्रामीणों ने उसके साथ मारपीट की है। उसका सामान भी जला दिया गया है।
दोनों पक्षों की शिकायत आई है। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं। दोनों ओर की शिकायतों पर जांच की जाएगी। जिसने गलत किया होगा, उस पर कार्रवाई होगी। फिलहाल गांव में कोई तनावपूर्ण माहौल नहीं है।
ईश्वर ¨सह, थाना प्रभारी, सदर जगाधरी।