बुढ़ापा पेंशन देने के लिए डीसी को दिया मांग पत्र
बुढ़ापा पेंशन चालू करवाने के लिए लोगों ने बुधवार को जिला सचिवालय में डीसी गिरीश अरोड़ा को मांग पत्र दिया। लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार ने उनकी पेंशन को बंद कर दिया है। जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बुढ़ापा पेंशन चालू करवाने के लिए लोगों ने बुधवार को जिला सचिवालय में डीसी गिरीश अरोड़ा को मांग पत्र दिया। लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार ने उनकी पेंशन को बंद कर दिया है। जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सचिवालय में पहुंचे जम्मू कॉलोनी-ए निवासी बलबीर ¨सह, राजकुमार, रामेश्वर कुमार, हुकम चंद, जसमेर ¨सह, तरसेम लाल, मोहन लाल, कल्याण ¨सह, माया राम ने बताया कि उनकी बुढ़ापा पेंशन को जून 2016 से बिना कोई नोटिस दिए बंद कर दिया गया। वे प्राइवेट कंपनियों शुगर मिल, पेपर मिल, इस्जेक, मोदी मिल समेत अन्य फैक्ट्रियों से रिटायर हैं। उनके ईपीएफ का कुछ हिस्सा उन्हें ब्याज के रूप में हर माह 1000 से 1500 रुपये तक करनाल कार्यालय से मिलता है। इसमें कोई बढ़ोत्तरी भी नहीं होती। सरकार ने इसको पेंशन मानकर उनका बुढ़ापा सम्मान भत्ता बंद कर दिया है। वे समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से भी इस बारे में मिल चुके हैं। उनका यही जवाब होता है कि उन्हें ऊपर से बुढ़ापा सम्मान भत्ता को चालू करने का कोई आदेश नहीं है। इसी पेंशन के सहारे उनका बुढ़ापा चल रहा था लेकिन सरकार ने इसे भी बंद कर दिया। उनका कहना है कि यदि ऐसा नियम पूरे प्रदेश में है तो उन्हें कोई एतराज नहीं है। यदि ये उनके साथ ही हो रहा है तो इसकी जांच करवा कर उन्हें पेंशन दी जानी चाहिए।