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भूमि ठेका बढ़ाने की मांग, किसानों ने नहीं होने दिया खनन

यमुना नदी के जठलाना घाट पर किसानों द्वारा खनन के लिए दी गई भूमि के ठेके के दाम कम मिलने पर किसानों का आंदोलन लगातार दूसरे दिन रविवार को भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 01:37 AM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 01:37 AM (IST)
भूमि ठेका बढ़ाने की मांग, किसानों ने नहीं होने दिया खनन
भूमि ठेका बढ़ाने की मांग, किसानों ने नहीं होने दिया खनन

संवाद सहयोगी, जठलाना : यमुना नदी के जठलाना घाट पर किसानों द्वारा खनन के लिए दी गई भूमि के ठेके के दाम कम मिलने पर किसानों का आंदोलन लगातार दूसरे दिन रविवार को भी जारी रहा। जठलाना के पूर्व सरपंच बीर ¨सह के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने दूसरे दिन भी जठलाना घाट पर खनन् का कार्य बंद कराकर रखा। जिस कारण दो दिनों से जठलाना घाट पर खनन का कार्य नहीं हो पाया है। घाट की खनन की मशीनें बंद हैं।

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आंदोलन कर रहे किसानों को समझाने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन गुस्साए किसानों ने पुलिस की एक नहीं सुनी और आंदोलन जारी रखने की घोषणा की। किसानों ने घोषणा की कि जब तक उनकी भूमि के ठेके की राशि को नहीं बढाया जाएगा, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसी भी सूरत में जठलाना घाट को नहीं चलने दिया जाएगा। जठलाना निवासी पूर्व सरपंच बीर ¨सह, किसान बलबीर ¨सह, भूलन ¨सह, विष्णु, रा¨जदर, रघुवीर, बलवंत, ब¨लद्र, सोमपाल, अरुण आदि ने बताया कि गांव के 50 से अधिक लोगो ने जठलाना घाट के ठेकेदारों को खनन के लिए अपनी भूमि ठेके पर दी हुई है। जठलाना घाट पर किसानों को हर साल भूमि का खनन करने के लिए मात्र 27 हजार रुपये प्रति एकड़ ठेका दिया जा रहा है, जबकि दूसरे घाटों पर किसानों को 60 हजार रुपये ठेका दिया जा रहा है।


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