पीला रतुआ को लेकर दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम ने किया दौरा
पीला रतुआ को लेकर डायरेक्ट्रेट आफ प्लांट प्रोटेक्शन एंड क्योरेन दिल्ली की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : पीला रतुआ को लेकर डायरेक्ट्रेट आफ प्लांट प्रोटेक्शन एंड क्योरेन दिल्ली की टीम ने क्षेत्र का दौरा किया। टीम में शामिल प्लांट प्रोटेक्शन ऑफिसर जयपाल शर्मा ने खेतों में जाकर बारीकी से फसल का निरीक्षण किया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ. राजेश जांगड़ा ने बताया कि विशेषज्ञों की टीम ने उन खेतों का भी दौरा किया जहां पहले पीला रतुआ के लक्षण देखे जा चुके हैं। इससे पहले व्हीट डेवलेपमेंट सेंटर के कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्र मीणा व डॉ. रजत चौहान भी फसल का जायजा ले चुके हैं। विभागीय की ओर से भी खेतों की नियमित जांच की जा रही है। यमुनानगर में चार केस आए सामने
यमुनानगर की बात की जाए तो अब से पहले 4 एकड़ में लक्षण देखे जा चुके हैं। इसके अलावा अंबाला, पंचकूला व कुरुक्षेत्र में भी दस्तक दे चुका है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जिले में जहां भी पीला रतुआ के लक्षण देखे गए, वहां दवाई का छिड़काव करवा दिया था। जिसके परिणामस्वरूप यह आगे नहीं फैला। फसल पूरी तरह सुरक्षित है। बावजूद इसके विभागीय टीम पूरी तरह मुस्तैद है। खेतों में जाकर फसल का निरीक्षण किया जा रहा है। किसान बरतें एहतियात
नमी वाले क्षेत्रों में पीला रतुआ की संभावना अधिक रहती है। विशेषज्ञों के मुताबिक यमुना, मार्कण्डेय व सरस्वती नदी के साथ वाले किसानों को विशेष रुप से सतर्क रहने की जरुरत है। यदि खेत में गेहूं के पत्तों का रंग पीला हो जाए और हाथ से छूने पर हल्दी नुमा पाउडर हाथ पर लग जाए तो समझिए पीला रतुआ है। यह पैचेज में आता है।