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20 किलोवाट तक के उपभोक्ता खुद रीडिग भरकर बिल कर सकेंगे तैयार

बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 07:36 AM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 07:36 AM (IST)
20 किलोवाट तक के उपभोक्ता खुद रीडिग भरकर बिल कर सकेंगे तैयार
20 किलोवाट तक के उपभोक्ता खुद रीडिग भरकर बिल कर सकेंगे तैयार

संवाद सहयोगी, जगाधरी: बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। लॉकडाउन की वजह से अगर अभी तक उनके मीटर की रीडिग नहीं ली गई है तो उन्हें परेशान होने की जरूर नहीं है। उपभोक्ता खुद अपने मीटर की रीडिग भरकर बिल तैयार कर सकते हैं। इस योजना का लाभ उन उपभोक्ताओं को मिलेगा, जिनका अनुमोदित लोड 20 किलोवाट तक है। जिले में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या पौने चार लाख हैं।

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उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम ने ट्रस्ट रीडिग योजना शुरू की है। जिसके तहत सभी घरेलू, व्यावसायिक और छोटे औद्योगिक इकाइयों को शामिल किया गया है। योजना के तहत ये उपभोक्ता अपनी बिजली खपत के अनुसार रीडिग भरकर स्वयं बिल तैयार कर सकते हैं। उपभोक्ताओं को बिजली बिल तैयार करने के लिए निगम की साइट पर विजिट करना होगा। इस साइट पर जाकर ट्रस्ट रीडिग के आइकन पर क्लिक करने से फार्मेट खुलेगा। इसमें उपभोक्ता अपनी फोटो, बिजली कनेक्शन अकाउंट नंबर, मीटर रीडिग की जानकारी देकर उसे अपडेट कर सकेंगे।

पौने चार लाख उपभोक्ताओं को होगा फायदा

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम जगाधरी सब डीविजन के एसडीओ पंकज देसवाल ने बताया कि यमुनानगर में पौने चार लाख उपभोक्ता उपरोक्त योजना का फायदा उठा सकते हैं। जगाधरी में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या 27 हजार है। उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिए जागरूक किया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा इस योजना के साथ जुड़ सकें।

लाकडाउन की वजह से कई महीनों से रीडिग का काम बाधित

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों के मुताबिक लाकडाउन की वजह से कुछ क्षेत्रों में कई महीनों से रीडिग लेने का कार्य सूचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। निर्धारित समय पर रीडिग न होने से उनकी परेशानियां बढ़ी हुई है। उपभोक्ताओं को डर सता रहा है कि बाद में ज्यादा रीडिग की वजह से उन्हें अत्यधिक बिल भरना पड़ेगा। यही वजह है कि उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के लिए निगम ने ट्रस्ट रीडिग योजना शुरू की है।

गड़बड़ से मिलेगी मुक्ति

जब उपभोक्ताओं को मीटर रीडिग में होने वाली गड़बड़ी से भी मुक्ति मिल जाएगी। जब वे खुद मीटर की रीडिग अपडेट करेंगे, तो रीडिग में होने वाली गड़बड़ की संभावना ना के बराबर होगी। अक्सर मीटर रीडिग में गड़बड़ी की ठीक करवाने वाले उपभोक्ताओं की बिजली कार्यालय में भीड़ देखी जा सकती है। खुद रीडिग भरने पर उन्हें कार्यालय के चक्कर काटने से भी मुक्ति मिल जाएगी।


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