उपभोक्ताओं को मिल रहे गलत बिल, ठीक कराने को लगा रहे बिजली निगम के चक्कर
बिजली निगम की लापरवाही से उपभोक्ताओं को सही बिल नहीं मिल रहे। उपभोक्ताओं का आरोप है कि मीटर रीडर अधिकतर घरों में नहीं जाते। अपनी मनमर्जी से रीडिग भरते हैं। इससे किसी को कम तो किसी को अधिक पैसे का बिल थमाया जा रहा है। वे भी ऑफिस जाकर पता चलता है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बिजली निगम की लापरवाही से उपभोक्ताओं को सही बिल नहीं मिल रहे। उपभोक्ताओं का आरोप है कि मीटर रीडर अधिकतर घरों में नहीं जाते। अपनी मनमर्जी से रीडिग भरते हैं। इससे किसी को कम तो किसी को अधिक पैसे का बिल थमाया जा रहा है। वे भी ऑफिस जाकर पता चलता है। जब वहां से ऑनलाइन बिल निकाला जाता है। उनका तीन हजार रुपये का बिल आता था, अब 17 से 29 हजार का मिल रहा है। मंगलवार को लोगों की ये दिक्कतें सामने आई। उपभोक्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरफ गौर किया। ऐसी व्यवस्था हो जिससे गलत बिल न मिले। एसई योगराज का कहना है कि अगर किसी के बिल में दिक्कत है तो वह सब डिवीजन पर संपर्क कर सकता है। समस्या का समाधान हो जाएगा।
11.15 बजे खालसा कॉलेज के नजदीक
सब डिवीजन कार्यालय में आए सुनील ने बताया कि उसका बिल 5724 रुपये का आया है, जबकि पहले उसका बिल 1700 से 22 रुपये के बीच आता था। बिल ठीक कराने वह पहले भी आया था। उसको कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उसको बताया कि बिल ठीक करने के लिए पंचकूला भेजा जाएगा।
11.45 बजे बस स्टैंड के समीप
एसडीओ मॉडल टाउन कार्यालय में जो उपभोक्ता मिले वह भी बिजली निगम की व्यवस्था से खफा मिले। उपभोक्ता राज कुमार, प्रिस और विक्रम ने बताया कि ऑन दा स्पॉट बिल प्रणाली समझ से परे हैं। पता नहीं किस तरह से बिल निकल रहे हैं। पिछली रीडिग भी साथ दिखाई जाती है। जिसका वे बिल भर चुके हैं। उनके बिल 20 से 35 हजार रुपये के बीच में हैं। इनको ठीक कराने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
12.30 शुगर मिल बिजली निगम कार्यालय
उपभोक्ता परवेश, संचित, पवन, मोहन लाल, जोनी, जुल्फान आदि का कहना है कि उनका बिजली बिल जरूरत से ज्यादा आ रहा है। पहले बिल 1500 से 2235 के बीच आता था। इस बार बिल बढ़कर 4280 का आया। उन्होंने बिल चेक कराया तो पता लगा कि अंदाजे के साथ बिल बनाया गया। ये बिल सब डिवीजन आफिस में ठीक होगा। इसके लिए वहां जाकर एसडीओ के नाम पत्र लिखो। तब ये बिल ठीक हो सकेगा। इसी तरह बूड़िया निवासी संजय कुमार बताते हैं कि उनके घर पर तीन बल्ब दो पंखे है। बिल दिया 17 हजार 635 रुपये का। इससे पहले बिल आठ सौ से 1100 रुपये आता था। उन्होंने चार चक्कर जगाधरी एसडीओ आफिस लगाए। तब बिल ठीक हुआ। इसी तरह गांधी नगर में छोटी लाइन निवासी गुरमित सिंह ने बताया कि उनका बिल 56 हजार रुपये का दिया गया। अब इसे ठीक कराने के लिए चक्कर लगा रहे हैं।
12.55 एसडीओ जगाधरी
जगाधरी के सब डिवीजन के एसडीओ कार्यालय पहुंचे। यहां एसडीओ सुखविद्र सिंह उपभोक्ताओं की शिकायत सुन रहे थे। साथ ही संबंधित कर्मचारी के पास भेज कर लोगों की समस्या का निदान करा रहे थे। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास रहता है कि उपभोक्ताओं की दिक्कत उसके आते ही दूर कर दी जाए। मीटर रीडिग संबंधी ज्यादा शिकायत बूड़िया से थे। वहां अब नया कर्मी रखा है। लोगों की यह परेशानी दूर हो जाएगी। अब उनको समय पर ऑन दा स्पॉट बिल मिलेंगे।
बना रखे हैं हेल्प डेस्क
जिन लोगों के बिजली बिल में कोई दिक्कत है तो उनके लिए सब डिवीजन कार्यालय में हेल्प डेस्क बने हैं। यहां आकर बिल संबंधी शिकायत दर्ज करा सकता है। यहां उनकी शिकायत का निवारण होता है। फोटो : 08बी
बूड़िया से आए उपभोक्ता सुलेमान ने बताया कि पहले उनका बिल बहुत कम आता था उनके घर पर ऐसा कोई बड़ा सामान नहीं है जो बिजली से चलता हो। इस बार उनका बिल 29 हजार 700 रुपये आया है। इसको ठीक कराने के लिए वे सब डिवीजन आफिस में आए हैं।