कांग्रेस ने चारों विधानसभा सीटों पर उतारे प्रत्याशी, दो पर पुराने और दो नए चेहरे सामने
कांग्रेस ने चारों विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। बुधवार रात यमुनानगर से निर्मल चौहान जगाधरी से अकरम खान और साढौरा विधानसभा सीट से रेणू बाला के नाम की घोषणा की गई लेकिन रादौर सीट पर बृहस्पतिवार दोपहर नाम डॉ. बीएल सैनी का नाम घोषित हुआ। इनमें अकरम खान और बीएल सैनी पुराने हैं जबकि निर्मल चौहान व रेणू नए चेहरे हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कांग्रेस ने चारों विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। बुधवार रात यमुनानगर से निर्मल चौहान, जगाधरी से अकरम खान और साढौरा विधानसभा सीट से रेणू बाला के नाम की घोषणा की गई, लेकिन रादौर सीट पर बृहस्पतिवार दोपहर नाम डॉ. बीएल सैनी का नाम घोषित हुआ। इनमें अकरम खान और बीएल सैनी पुराने हैं, जबकि निर्मल चौहान व रेणू नए चेहरे हैं।
यमुनानगर विधानसभा सीट
धुंरधरों को पटखनी, दूसरी बार निगम पार्षद बनी निर्मल चौहान पर कांग्रेस का विश्वास
यमुनानगर विधानसभा सीट पर टिकट वितरण को लेकर लगे कयास धरे के धरे रह गए। यहां धुरंधरों को पटखनी देकर दूसरी बार निगम पार्षद बनी निर्मल चौहान टिकट लाने में कामयाब रही हैं। इस सीट पर पूर्व विधायक के पुत्र डॉ. राजन शर्मा, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नजदीक देवेंद्र चावला सहित कई बड़े नाम चल रहे थे। एक दिन पहले भी निर्मल का नाम सामने नहीं आया। बृहस्पतिवार को चौहान ने एडीसी कार्यालय से नामांकनपत्र लिया। आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शुक्रवार को नामांकन दाखिल करेंगी।
इनसेट
सैलजा से नजदीकी आई काम
निर्मल चौहान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा के नजदीकियों में से हैं। जून 2013 में 283 वोट से पार्षद बनी। दिसंबर, 2018 में 1283 वोट से पार्षद बनी। 2012 से 2017 तक सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय में डायरेक्टर रही। जुलाई 2007 में साक्षर महिला समूह बनाया। आज 55 समूह कार्य कर रहे हैं। नवचेतना पथ की अध्यक्ष। रेजीडेंट वेलफेयर सोसाइटी की संयोजक भी हैं।
यह भी जानिए
पति-यशपाल सिंह चौहान (बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडर)
बेटा-साहिल।
जन्मतिथि-12 जनवरी 1972
निवास - वार्ड 13, जम्मू कॉलोनी
शिक्षा- एमए हिदी, बीएड।
रादौर में कांग्रेस ने पूर्व विधायक सैनी को उतारा
राजनीति की लिहाज से हॉट रही रादौर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने भाजपा के मंत्री कर्णदेव कांबोज के सामने पूर्व विधायक डॉ. बीएल सैनी को उतारा है। सैनी हुड्डा समर्थक हैं और पूर्व विधायक रहे हैं। उनको टिकट मिलने पर यहां मुकाबला रोचक हो गया है। इस सीट पर भी टिकट वितरण को लेकर काफी घमासान रहा। काफी कशमकश के बाद बृहस्पतिवार दोपहर को लिस्ट जारी हुई। यहां सैनी के साथ ही पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर और किरण चौधरी के समर्थक भी टिकट का दावा कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने सैनी पर विश्वास जताया है।
राजनीतिक अनुभव
1985 में पहली बार सारण गांव के सरपंच बने।
1991 में जगाधरी से बसपा से चुनाव लड़ा, लेकिन दूसरे स्थान पर रहे।
1996 में बीएसपी से से दूसरी बार चुनाव लड़ा।
2000 में जगाधरी से बसपा से विधायक बने
2005 में इनेलो से ही दूसरी बार चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
2009 में रादौर से इनेलो पार्टी से विधायक बने।
2015 में इनेलो छोड़कर कांग्रेस में चले गए।
इनसेट
यह भी जानिए
पिता का नाम : सुखखराम
पत्नी का नाम : मनरुचि
जन्म : 15 जुलाई, 1955
गांव : सारण
शिक्षा : जीएएमएस
साढौरा विधानसभा सीट
----------------------
साढौरा में चेयरमैन रेणू
साढौरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक राजपाल भूखड़ी प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा के नजदीकियों में होने के बावजूद टिकट लाने में नाकाम रहे हैं। यहां भाजपा से विधायक बलवंत सिंह के सामने जिप चेयरमैन रेणू बाला को टिकट दिया है। पैनल में नाम राजपाल का भी बताया रहा था। वे वहां से 2009 से 2014 तक विधायक रहे। हुड्डा समर्थक बृजपाल छप्पर और उनकी पत्नी पिकी छप्पर का भी नाम सामने आ रहा था।
राजनीतिक अनुभव
- 2009 में जिला परिषद का चुनाव लड़ा।
- 2014 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
- जिला का चुनाव लड़कर चेयरमैन बनीं।
- 30 अप्रैल 2019 को भाजपा छोड़कर कुमारी सैलजा की अध्यक्षता में कांग्रेस में शामिल हुई।
यह भी जानिए
पति का नाम : इंजीनियर ऋषि पाल चौधरी
जन्म : 1980
जन्म स्थान : गंदापुरा
शिक्षा : बीए।
इनसेट
जगाधरी विधानसभा
यहां स्पीकर के सामने डिप्टी पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान
जगाधरी विधानसभा सीट पर स्पीकर और भाजपा उम्मीदवार कंवर पाल के सामने कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान को मैदान में उतारा है। इस सीट पर पूर्व मंत्री का नाम भी सामने आ रहा था। इस सीट पर मुकाबला काफी रोचक देखा जा रहा है। भाजपा, कांग्रेस व बसपा तीनों राजनीतिक दलों से कदावर नेता चुनावी रण में हैं। यहां बसपा से आदर्श पाल को टिकट मिला है।
राजनीतिक अनुभव
1996 में पहली बार छछरौली विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे।
वर्ष 1998-1999 में वे बंसीलाल सरकार में हाउसिग बोर्ड, हरियाणा के अध्यक्ष बने।
वर्ष 1999-2000 के लिए गृह राज्य मंत्री बने।
2000 के विधान सभा चुनावों में उन्होंने छछरौली से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा।
2000-2004 तक फेडरेशन लिमिटेड व 2004-2005 तक हरियाणा राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड के चेयरमैन रहे।
2005 के चुनावों में उन्होंने पहली बार इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ा
2007 में, उन्होंने बहुजन समाज पार्टी का रुख किया और जगाधरी से अपने टिकट पर 2009 का चुनाव लड़ा और भारी अंतर से जीत गए।
5 मार्च 2010 को हरियाणा विधानसभा के पहले मुस्लिम उपाध्यक्ष बने।
2014 में चुनाव लड़ा, लेकिन वे मोदी लहर के कारण चुनाव हार गए।
20 दिसंबर 2018 को पार्टी नीति के खिलाफ जाने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित कर दिया गया था।
29 मार्च 2019 को कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। इनसेट
विधानसभा क्षेत्र : जगाधरी
पिता का नाम : मोहम्मद असलम
गांव : खिजरी
जन्म : 10 अक्टूबर 1970
शिक्षा : पंजाब विश्वविद्यालय से बीए।