ग्रीन बेल्ट बनाने को लेकर कांग्रेस पार्षद व भाजपा समर्थकों में ठनी, मेयर पर काम रुकवाने का आरोप
वार्ड-13 के ममीदी गांव में ग्रीन बेल्ट बनाने को लेकर कांग्रेस पार्षद और भाजपा के समर्थक आमने सामने हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : वार्ड-13 के ममीदी गांव में ग्रीन बेल्ट बनाने को लेकर कांग्रेस पार्षद निर्मल चौहान व भाजपा समथर्को में ठन गई। दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। स्थिति बिगड़ते देख काम रोक दिया गया। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मौके पर बुलानी पड़ी। पार्षद का आरोप है कि मेयर के कहने से ठेकेदार ने काम रोका है। क्षेत्र में करवाए जा रहे कामों में बेवजह रोड़ा अटकाकर राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। हालांकि इस बारे उन्होंने स्वयं मेयर और कमिश्नर से बात की, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया। क्षेत्र के लोग भी यहां ग्रीन बेल्ट या पार्क बनाने की मांग को लेकर मेयर को ज्ञापन दे चुके हैं। 11 लाख 50 हजार से बनवाई जानी है ग्रीन बेल्ट
पार्षद निर्मल चौहान ने बताया कि ममीदी गांव में खाली जगह पड़ी है। यहां कचरे का ढेर लगे हुए हैं। उन्होंने काफी प्रयासों के बाद यहां ग्रीन बेल्ट बनवाने के लिए 11 लाख 50 हजार रुपये मंजूर करवाए। मौके पर निर्माण सामग्री पहुंच गई। शनिवार को जैसे ही काम शुरू हुआ तो क्षेत्र के कुछ लोग विरोध में उतर आए। उनका कहना था कि यहां सफाई करवाकर सड़क बनवा दी जाए ताकि वाहन आदि को खड़ा किया जा सके। ग्रामीणों ने ग्रीन बेल्ट बनाने का विरोध किया। बताया जा रहा है कि कुछ लोग इस बारे में मेयर मदन चौहान से मिले। उनके मिलने के बाद मेयर ने ठेकेदार से बात कर काम रुकवा दिया गया। उनका कहना है कि यदि यहां ग्रीन बेल्ट न बनी तो अवैध कब्जे हो सकते हैं। इन कामों में भी अड़चन
पार्षद का कहना है कि ममीदी गांव में ही 30 लाख रुपये की लागत से करवाए जाने एससी श्मशान घाट की चहारदीवारी और 13 लाख रुपये से होने वाले निकासी के कामों में अड़चन डाली जा रही है। भाजपा समर्थित कुछ लोग नहीं चाहते कि पार्षद के कहने से क्षेत्र में काम हों। राजनीतिक रंजिश के चलते काम रुकवाए जा रहे हैं। दो दिन पहले चार गलियों में पेयजल के लिए बिछाई जाने वाले पाइप लाइन का काम रुकवा दिया गया। काफी कशमकश के बाद यह काम शुरू करवाया। उनका कहना है कि क्षेत्रवासियों के लिए यह काम करवाए जा रहे हैं। उसमें उनका कोई निजी स्वार्थ नहीं है। सहमति बनने पर ही होगा काम
इस मामले को लेकर कुछ लोग मेरे पास आए थे। काम को रुकवाने का कारण कुछ और नहीं बल्कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखना है। ठेकेदार को यही बात कही गई है कि जब दोनों पक्षों में सहमति बन जाए तो काम शुरू कर देना। तब तक काम बंद रखे। क्षेत्र में जो भी काम होगा, वह जनहित में होगा।
- मदन चौहान, मेयर, नगर निगम।