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खनन के लिए कंपनी ने पंचायत की 50 एकड़ ली जमीन खोदाई कर दी 125 पर, डीसी को दी शिकायत

खंड की ग्राम पंचायत भगवानपुर की पंचायती भूमि में अवैध रूप से हो रहे खनन की शिकायत देने वाले शिकायतकर्ता पर समझौता करने का दबाव बना रही। माइनिग कंपनी के कर्मचारियों सरपंच और नंबरदार के खिलाफ ग्रामीणों ने उपायुक्त यमुनानगर को लिखित शिकायत दे मामले की जांच करने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 08:00 AM (IST)
खनन के लिए कंपनी ने पंचायत की 50 एकड़ ली जमीन खोदाई कर दी 125 पर, डीसी को दी शिकायत
खनन के लिए कंपनी ने पंचायत की 50 एकड़ ली जमीन खोदाई कर दी 125 पर, डीसी को दी शिकायत

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : खंड की ग्राम पंचायत भगवानपुर की पंचायती भूमि में अवैध रूप से हो रहे खनन की शिकायत देने वाले शिकायतकर्ता पर समझौता करने का दबाव बना रही। माइनिग कंपनी के कर्मचारियों, सरपंच और नंबरदार के खिलाफ ग्रामीणों ने उपायुक्त यमुनानगर को लिखित शिकायत दे मामले की जांच करने की मांग की है।

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गांव भगवानपुर निवासी रणधीर सिंह, तरसेम लाल ने डीसी मुकुल कुमार को दी शिकायत में बताया किपंचायत की 50 एकड़ भूमि को आश्टीन एक्शकावेशन एंड माइनिग प्राईवेट लिमिटेड ने माइनिग के लिए पट्टे पर लिया हुआ है। लेकिन पंचायती भूमि की आड़ में कंपनी ने नियमों को ताक पर रखकर पंचायत की सवा सौ एकड़ से अधिक की जमीन को खोद डाला है। ग्रामीणों ने बताया कि इस पूरे अवैध माइनिग के खेल में गांव का सरपंच, नंबरदार सुखबीर सिंह मिलीभगत कर सारे कार्य को अंजाम दे रहे हैं । अवैध माइनिग को लेकर उन्होंने न्यायालय में याचिका भी दायर की थी, जिस पर न्यायालय ने कंपनी के खिलाफ स्टे के आदेश पारित किए थे लेकिन इसके बाद भीकंपनी ने न्यायाल के आदेशों की परवाह ना करते हुए ग्राम पंचायत की भूमि में अवैध रूप से खनन के कार्य को जारी रखा। जिसको लेकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डायरेक्टर माइनिग एंड जियोलॉजी डिपार्टमेंट हरियाणा व मुख्यमंत्री हरियाणा को दी। उच्च अधिकारियों ने 8 दिसंबर को चंडीगढ़ से एक क्राइम टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मौके से अवैध रूप से खनन कर रही दो पोपलाइन, एक जेसीबी व दो ट्रैक्टर ट्राली को अवैध रूप से खनन करते हुए पकड़ा लेकिन इसके बाद भी उन वाहनों के खिलाफ व उनके मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बावजूद कंपनी के कर्मचारी उन पर अनावश्यक रूप से समझौते का दबाव बना रहे हैं, दिन रात फोन करके, घर पर आकर समझौते के लिए दबाव बना रहे है। जिससे कारण पूरा परिवार मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहा है।


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