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छठ का व्रत रखा तो शादी के 16 साल बाद हुआ बेटा

छठ पर्व किसी को विशेष समुदाय का नहीं बल्कि अन्य वर्ग के लोग मनाते हैं। यमुना नहर के तट पर देवरानी व जेठानी पूर्वांचल से तो नहीं है फिर भी पिछले कई सालों से छठ मइया का व्रत रख रही हैं। दोनों हर साल डूबते व उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए ब'चों के साथ यमुना नहर के तट पर पहुंचती है। व्रत रखने के बाद दोनों को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 10:57 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 10:57 PM (IST)
छठ का व्रत रखा तो शादी के 16 साल बाद हुआ बेटा
छठ का व्रत रखा तो शादी के 16 साल बाद हुआ बेटा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : छठ पर्व किसी को विशेष समुदाय का नहीं बल्कि अन्य वर्ग के लोग मनाते हैं। यमुना नहर के तट पर देवरानी व जेठानी पूर्वांचल से तो नहीं है फिर भी पिछले कई सालों से छठ मइया का व्रत रख रही हैं। दोनों हर साल डूबते व उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए बच्चों के साथ यमुना नहर के तट पर पहुंचती है। व्रत रखने के बाद दोनों को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई।

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खालसा कॉलेज के नजदीक रहने वाली रूप नगर कॉलोनी निवासी अंजू ने बताया कि वे पंजाबी समुदाय से संबंध रखती हैं। उसकी शादी को 19 साल हो गए हैं। उसके पास 17 साल की बेटी दीया है। बेटी के जन्म के कई सालों के बाद भी बेटा नहीं हुआ। वे हर तरफ से निराश हो चुके थे। जबकि परिजन चाहते थे कि परिवार में एक बेटा होना चाहिए। इसके बाद उसके जेठ की शादी हो गई। जेठानी ज्योति के पास भी पहली बेटी हुई। तब पड़ोस में रहने वाली वाली आंटी कमला ने दोनों को सलाह दी कि वे छठ मइया का व्रत रखें। यह व्रत बच्चों की प्राप्ति व उनकी लंबी आयु के लिए रखा जाता है। उनकी बातों को विश्वास करने के बाद दोनों ने व्रत रखना शुरू किया। व्रत रखने के बाद अंजू के पास बेटा युवान व ज्योति के पास बेटा दक्ष है। अंजू का कहना है कि यदि मन में विश्वास हो तो छठ मइया हर किसी की मनोकामना पूरी करती हैं। अपने बच्चों की लंबी आयु के लिए हर किसी को ये व्रत रखना चाहिए। बेटे होने के बाद भी वह अपनी जेठानी के साथ हर साल छठ पर्व पर यमुना नहर किनारे पूजा करने आती है। नहर किनारे तीन जगह हुआ कार्यक्रम :

छठ पर्व के मौके पर बाडी माजरा में पश्चिमी यमुना नहर किनारे तीन जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए। दशमेश कॉलोनी के निकट उत्तर भारतीय संघर्ष संगठन ने कार्यक्रम आयोजित किया था। जबकि बाडी माजरा पुल के पास पूर्वांचल कल्याण सभा की तरफ से कार्यक्रम आयोजित किया गया था। सभा के अध्यक्ष नर्वदेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा थे। जबकि नहर के दूसरी तरफ श्री मानव सेवा समिति ट्रस्ट ने रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें राधा-कृष्ण के भजनों पर कलाकारों ने प्रस्तुती दी। इस कार्यक्रम में पहले भाजपा पिछड़ा वर्ग के प्रदेशाध्यक्ष मदन चौहान पहुंचे। बाद में घोषणा की गई कि विधानसभा स्पीकर कंवरपाल गुर्जर के आने की घोषणा की गई। मौके पर प्रधान जयप्रकाश, सचिव गणेश यादव, खजांची मदन राम व कानूनी सलाहकार मनोज एडवोकेट मौजूद रहे। पुल से गुजरने वालों को किया कंट्रोल :

नहर पर बने बाडी माजरा पुल से हजारों लोग गुजरते हैं। जिससे उन्हें आने जाने में दिक्कत होती है। लेकिन इस बार नार्दन रेलवे भारत स्काउट एंड गाइड जगाधरी वर्कशाप के असिस्टेंट डायरेक्टर कमिश्नर जितेंद्र ¨सह के नेतृत्व में दीपक बहुगुणा, पर¨मद्र ¨सह समेत 25 वालंटियर ने पुल पर विशेष ड्यूटी दी। इन्होंने पुल के बीच में रस्सी लगाकर लोगों के आने जाने का रास्ता अलग किया ताकि किसी तरह की भगदड़ न मचे।


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