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रेलवे वर्कशॉप से निकल रहा केमिकल युक्त पानी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंसेट की रद

पानी ट्रीट करने को रेलवे वर्कशाप में ईटीपी (इफुलेंट ट्रीटमेंट प्लांट) लगा है परंतु इसका पानी मानकों पर खरा नहीं उतरता।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 06:17 AM (IST)
रेलवे वर्कशॉप से निकल रहा केमिकल युक्त पानी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंसेट की रद
रेलवे वर्कशॉप से निकल रहा केमिकल युक्त पानी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंसेट की रद

शैलजा त्यागी, जगाधरी :

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उत्तर रेलवे की जगाधरी वर्कशॉप केमिकल युक्त पानी डिच ड्रेन में डाला जा रहा है। पानी ट्रीट करने को रेलवे वर्कशॉप में ईटीपी (इफुलेंट ट्रीटमेंट प्लांट) लगा है परंतु इसका पानी मानकों पर खरा नहीं उतरता। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसके ईटीपी से निकले पानी के जो सैंपल लिए थे उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसलिए बोर्ड ने वर्कशॉप को चलाने की कंसेट (चलाने की अनुमति) रिजेक्ट कर दी है। कंसेट रिजेक्ट होने से वर्कशॉप नहीं चल सकता। इसके बाद भी इसमें काम हो रहा है। बोर्ड ने रेलवे वर्कशॉप के आला अधिकारी को नोटिस थमा दिया है। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र की पर्यावरण कोर्ट में केस दायर करने की भी तैयारी कर ली है। अगर केस दायर हो जाता है तो वर्कशॉप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं वर्कशॉप के सीडब्ल्यूएम सुधांशु पंवार का कहना है कि एसटीपी निर्माण का कार्य तेजी पर चल रहा है। कोविड के कारण बीच में कार्य प्रभावित हो गया था। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से गाइडलाइन आई है। सभी की पालना की जाएगी। बोर्ड के नियमों का पूरा ध्यान रखा जाता है। रोज निकल रहा चार एमएलडी पानी

रेलवे वर्कशॉप के साथ ही रेलवे कालोनी है। जिसमें करीब 3500 क्वार्टर हैं। जिनमें कर्मचारी अपने परिवार के साथ रहते हैं। वर्कशॉप व कालोनी से रोज चार एमएलडी पानी डिस्चार्ज होता है। वर्कशॉप में कोच रिपेयर, धुलाई, डेंटिग-पेंटिग व अन्य कार्यों का केमिकल युक्त पानी रेलवे द्वारा लगाए ईटीपी में जाता है। जबकि क्वार्टरों के पानी को बिना ट्रीट किए ही नाले में बहाया जा रहा है। क्या है कंसेंट

किसी भी औद्योगिक इकाई को चलाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कंसेंट लेनी अनिवार्य होती है। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निर्मल कश्यप का कहना है कि वर्कशॉप में लगे ईटीपी का सैंपल फेल आने तथा कालोनी का पानी ट्रीट किए बिना डिच ड्रेन में डाले जाने पर यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। यमुना नहर को भी मैला कर रही वर्कशॉप

रेलवे वर्कशॉप का केमिकल युक्त पानी पश्चिमी यमुना नहर के पानी को भी जहरीला बना रहा है। क्योंकि डिच ड्रेन कई जगह से अटी हुई है। इसलिए डिच ड्रेन का पानी कई जगहों पर सीधे नहर में गिर रहा है। इसका असर नहर के जलीय जीवों पर भी पड़ रहा है। ईटीपी का सैंपल फेल है : निर्मल कश्यप

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी निर्मल कश्यप का कहना है कि रेलवे वर्कशॉप से डिस्चार्ज पानी को ट्रीट करने के लिए ईटीपी लगाया गया है। बोर्ड द्वारा सैंपल लेकर लैब में जांच करवाया गया। सैंपल बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों पर खरा न होने की वजह से फेल आया। इसलिए कंसेंट रद कर नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही कोर्ट में भी मामला दायर किया जाएगा।


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