चेन माउंटेन मशीन ने खनन पर रोक, सिचाई विभाग ने लिखा खनन विभाग को पत्र
कैग की रिपोर्ट के बाद अवैध रूप से हो रहे खनन पर प्रशासनिक अधिकारी सख्ती के मूड में हैं। नदियों में चेन माउंटेन मशीन से हो रहे खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में एक्सईएन हथनीकुंड बैराज की ओर से खनन विभाग को पत्र लिखा गया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कैग की रिपोर्ट के बाद अवैध रूप से हो रहे खनन पर प्रशासनिक अधिकारी सख्ती के मूड में हैं। नदियों में चेन माउंटेन मशीन से हो रहे खनन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में एक्सईएन हथनीकुंड बैराज की ओर से खनन विभाग को पत्र लिखा गया है। संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने की भी बात कही गई। पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया गया है कि इसकी प्रति सभी संबंधित अधिकारियों को वितरित की जाए।
दरअसल, खनन को लेकर कुछ दिन पहले जिला उपायुक्त मुकुल कुमार ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान यह प्रश्न उठा कि क्या ठेकेदार चेन माउंटेन मशीन से खनन कर सकते हैं? इस पर यही बात सामने आई कि वे चेन माउंटेन मशीन का प्रयोग नहीं कर सकते। इसी बात के मद्देनजर सिचाई विभाग की ओर से यह पत्र जिला खनन अधिकारी को लिखा गया है।
नदियों में होता अवैध खनन
यमुना सहित अन्य नदियों में अवैध खनन सुर्खियों में रहता है। प्रतिबंध के बावजूद ठेकेदार निर्धारित मापदंडों की पालना नहीं करते। रात के अंधेरे में चेन माउंटेन मशीन का प्रयोग भी किया जाता है। हालांकि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती है। अधिकारियों की ढिलाई का फायदा उठाकर ठेकेदार मशीन से खनन करते हैं।
हो जाते गहरे गड्ढे
यमुना में अवैध खनन के कारण गहरे गड्ढे हो गए हैं। इनमें हादसों की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। पूर्व में कई बार हादसे भी हो चुके हैं। इतना ही नहीं भूमि कटाव भी होता है। जठलाना क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अवैध खनन के कारण कई गांवों के अस्तित्व को खतरा है। बावजूद इसके अवैध खनन पर अंकुश नहीं लग पाता। खनन करते हुए सुरक्षा के मापदंडों की बिलकुल परवाह नहीं की जाती।
अवैध खनन पर अंकुश जरूरी
अवैध खनन के खिलाफ कोर्ट में जनहित याचिकाकर्ता एडवोकेट वरयाम सिंह व पूर्व जिला परिषद सदस्य शिव कुमार संधाला का कहना है कि नियमों को ताक पर रखकर यमुना में अवैध खनन होता है। यह क्षेत्र व पर्यावरण दोनों के लिए घातक है। अधिकारियों को हलके में नहीं लेना चाहिए, बल्कि अवैध खनन पर पूरी तरह अंकुश लगाना चाहिए।