अटकी एनओसी की फाइल, अधर मेंसड़क चौड़ी करने का काम
कैल से कलानौर तक (पुराना एनएच-73) सड़क को चौड़ा करने की योजना लटकती दिख रही है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कैल से कलानौर तक (पुराना एनएच-73) सड़क को चौड़ा करने की योजना लटकती दिख रही है, क्योंकि पीडब्ल्यूडी को अभी तक वन विभाग से पेड़ काटने की एनओसी नहीं दी है। हालांकि पीडब्ल्यूडी ने 29 करोड़ रुपये का टेंडर लगा दिया परंतु पेड़ नहीं काटे जाने के कारण ठेकेदार को वर्क अलॉट नहीं हो सका है। मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर काम कब शुरू होगा ये अभी कहना मुश्किल है। शहर में फोरलेन और बाहर 10 मीटर चौड़ी होनी थी सड़क
उत्तर प्रदेश के बार्डर पर कलानौर से कैल तक शहर के बीचोबीच निकल रही करीब 23 किलोमीटर सड़क पहले नेशनल हाईवे के पास थी। सरकार ने गत वर्ष पंचकूला से कलानौर तक नेशनल हाईवे-344 बना दिया। इसमें कैल से कलानौर तक का हिस्सा शहर के बजाय बाहर से ही बाईपास बना दिया गया। अब शहर के अंदर से गुजर रही सड़क को पीडब्ल्यूडी के पास ट्रांसफर कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस सड़क को चौड़ा करने की घोषणा की थी। योजना के तहत कैल से रक्षक विहार नाका तक सात मीटर की सड़क को चौड़ा कर 10 मीटर किया जाना था। जगाधरी बस स्टैंड से विश्वकर्मा चौक यमुनानगर तक सड़क को फोरलेन और पश्चिमी यमुना नहर से कलानौर बार्डर तक सड़क को सात से 10 मीटर किया जाना है। इसमें रेलवे लाइन के ऊपर से निकल रहे बाईपास को चौड़ा करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। बरम के बीच में आ रहे हैं पेड़
सड़क को 10 मीटर और फोरलेन करने के बाद जो दोनों तरफ एक-एक मीटर का बरम बनेगी। इसके बीच में किनारों पर खड़े पेड़ आ रहे हैं। पीडब्ल्यूडी ने इन पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी थी। छह माह से ज्यादा हो गए, लेकिन एनओसी की फाइल वन विभाग के कार्यालय में ही धूल फांक रही है। सीएम अनाउंसमेंट होने के कारण अधिकारियों ने फरवरी में ही 29 करोड़ के टेंडर लगा दिए थे। परंतु ये नहीं पता था कि वन विभाग के कारण मामला इतने दिनों तक लटक जाएगा। चौड़ाई कम होने से रहता है जाम
नया बाईपास बनने से शहर से गुजर रही सड़क पर वाहनों का दबाव कुछ कम हुआ है। जगाधरी में भाटली से लेकर रक्षक विहार नाका तक, जगाधरी बस स्टैंड पर डॉ. भीमराव आंबेडकर चौक से जिला सचिवालय तक, पंचायत भवन से लेकर कन्हैया साहेब चौक तक, कमानी चौक से लेकर रेलवे बाईपास तक और विश्वकर्मा चौक यमुनानगर से शादीपुर मोड़ से आगे तक सड़क की चौड़ाई कम होने से हर समय जाम रहता है। रात को तो खिजराबाद के खनन जोन से आने वाले रेत, बजरी से भरे ओवरलोड वाहन इसी सड़क से गुजरते हैं। एनओसी के लिए लिखा है : एसडीओ
पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ रणबीर सिंह नेहरा का कहना है कि सड़क को चौड़ा करने में काफी पेड़ बीच में आ रहे हैं। पेड़ नहीं कटने के कारण ही ठेकेदार को वर्क अलॉट नहीं किया जा सका। पेड़ काटने के लिए वन विभाग को एनओसी के लिए पत्र लिखा है। एनओसी मिलते ही पेड़ कटवा दिए जाएंगे। इसके बाद ही सड़क का काम शुरू हो पाएगा। केंद्र सरकार के पास फाइल है : डीएफओ
डीएफओ सूरजभान का कहना है कि एनओसी के लिए फाइल कार्यालय में आई थी। हमारे स्तर पर जो प्रक्रिया थी उन्हें पूरी कर लिया गया था। अब फाइल केंद्र सरकार के पास है। अगले माह केंद्रीय कार्यालय की मीटिग होनी है। उसमें इस बारे निर्णय हो सकता है।