सीबीएसई स्कूलों में पढ़ाई के लिए लागू होगा ऑड-ईवन फार्मूला
लॉकडाउन के बाद सीबीएसई ने ऑरेंज व ग्रीन जोन में स्कूल खोलने का निर्णय लिया है।
शैलजा त्यागी, जगाधरी : ऑड-ईवन फार्मूला अभी तक वाहनों व दुकानों पर ही लागू है, लेकिन अब सीबीएसई स्कूलों में पढ़ाई के लिए भी इसी फार्मूले को अपनाया जाएगा। लॉकडाउन के बाद सीबीएसई ने ऑरेंज व ग्रीन जोन में स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए एक दिन ऑड व दूसरे दिन ईवन रोल नंबर के विद्यार्थियों को स्कूल आएंगे। योजना के तहत फिलहाल आठवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को ही पढ़ाई के लिए स्कूल बुलाया जाएगा, जबकि पहली से सातवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को अभी स्कूल जाने के लिए इंतजार करना होगा। शिक्षकों पर कोर्स पूरा करवाने का रहेगा दवाब:
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देश के बाद सीबीएसई और आइसीएसई स्कूलों ने तैयारी शुरू कर दी है। लॉकडाउन के बाद स्कूलों में बच्चों के आने का सिस्टम कैसे होगा, इसको लेकर स्कूल अपने स्तर पर तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऑड-ईवन फार्मूले के तहत स्कूल में विद्यार्थियों को बुलाने का उद्देश्य स्कूलों में शारीरिक दूरी बनाए रखना है। लेकिन इस फार्मूले से पढ़ाई करवाए जाने पर शिक्षकों पर कोर्स पूरा करवाने में दबाव रहेगा। ऐसे में शिक्षकों की जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाएगी। जिस दिन बच्चें स्कूल नहीं आएंगे, उनकी पढ़ाई ऑन लाइन होगी। ऐसे में संबंधित विषय के शिक्षक को क्लास रूम करवाई गई पढ़ाई को विद्यार्थियों को भेजनी होगी। ऑटोमैटिक स्क्रीनिग के बाद मिलेगी एंट्री
स्कूलों के गेट पर बच्चों की रोजाना ऑटोमैटिक स्क्रीनिग होगी, इसके बाद ही उन्हें एंट्री दी जाएगी। अगर किसी बच्चे को जुकाम, बुखार या सर्दी की शिकायत होगी, तो उसे तुरंत घर भेज दिया जाएगा। सीबीएसई के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर एतिहात बरतने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। इनसेट
लाकडाउन के बाद स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों को ऑड-ईवन रोल नंबर के हिसाब से बुलाया जाएगा। इससे स्कूल में बच्चों की संख्या भी कम रहेगी साथ ही शारीरिक दूरी का भी पूरी तरह ख्याल रखा जा सकेगा। स्कूल गेट पर स्क्रीनिग के बाद ही विद्यार्थी को एंट्री दी जाएगी।
- रेनू मलिक, प्रिसिपल, स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल, थापर कालोनी, यमुनानगर।