Move to Jagran APP

पोंटा के लिए जाने वाली बस को जबरन रुकवाया, दो कर्मचारी नेता गिरफ्तार, एस्मा के तहत केस दर्ज

प्राइवेट पॉलिसी को वापस लेने के मूड में सरकार नहीं है। यही कारण है कि दो दिन के चक्का जाम के बावजूद भी रोडवेज यूनियनों की मांगों को नहीं माना गया। अब तालमेल कमेटी ने हड़ताल को दो दिन के और बढ़ा दिया है। हड़ताल से आमजन पूरवी तरह से हलकान है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 11:51 PM (IST)Updated: Wed, 17 Oct 2018 11:51 PM (IST)
पोंटा के लिए जाने वाली बस को जबरन रुकवाया, दो कर्मचारी नेता गिरफ्तार, एस्मा के तहत केस दर्ज
पोंटा के लिए जाने वाली बस को जबरन रुकवाया, दो कर्मचारी नेता गिरफ्तार, एस्मा के तहत केस दर्ज

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : प्राइवेट पॉलिसी को वापस लेने के मूड में सरकार नहीं है। यही कारण है कि दो दिन के चक्का जाम के बावजूद भी रोडवेज यूनियनों की मांगों को नहीं माना गया। अब तालमेल कमेटी ने हड़ताल को दो दिन के और बढ़ा दिया है। हड़ताल से आमजन पूरवी तरह से हलकान है। हालात यह है कि बुधवार को रोडवेज बस स्टैंड पूरी तरह से सुनसान पड़ा रहा। जो सवारियां आई, वह प्राइवेट बसों के भरोसे रही। रोडवेज जीएम र¨वद्र पाठक ने पोंटा साहिब के लिए बस चलवाई, लेकिन सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान व रोडवेज सफाई कर्मी महीपाल सोढ़े और चालक रतन ¨सह ने बस चलवा रहे चालक को धमकी दी। जिस पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। देर शाम इस मामले में जीएम की शिकायत पर दोनों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया।

loksabha election banner

15 बसों के चलने का दावा

रोडवेज के बेड़े में 160 बसें हैं। अधिकतर बसें वर्कशॉप के अंदर खड़ी हैं। बाहर रोडवेज कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं। रोडवेज प्रशासन 15 बसें चलने का दावा कर रहा है। यह बसें भी नए चालकों व परिचालकों के सहारे चलवाई जा रही है। हालांकि तालमेल कमेटी के जिला पदाधिकारियों का दावा है कि कोई भी बस नहीं चलने दी गई। सड़क पर भी कोई रोडवेज बस नहीं दिखाई दी। पूरे प्रदेश में चक्का जाम है। यह पूरी तरह से सफल रहा। इसके अलावा 35 प्राइवेट बसें अपनी सर्विस दे रही है। वह रोडवेज बस स्टैंड के बाहर से ही सवारियों को ले जा रही हैं।

बस चलवाई तो विरोध में आए कर्मचारी नेता

रोडवेज के चक्का जाम को लेकर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट रही। रोडवेज बस स्टैंड व वर्कशॉप गेट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रही। एसपी कुलदीप ¨सह ने भी रोडवेज बस स्टैंड का निरीक्षण किया और हालातों को लेकर जीएम र¨वद्र पाठक से बातचीत भी की। इस दौरान जीएम के निर्देश पर पोंटा साहिब के लिए एक बस को चलाया गया। जब चालक परमजीत बस को लेकर चलने लगा, तो कर्मचारी नेता महीपाल सौढ़े व रतन ¨सह ने बस को रोकने की कोशिश की। इस दौरान चालक के साथ भी हाथापाई की गई। जिस पर दोनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दोनों पर रोडवेज जीएम की शिकायत पर एस्मा के तहत कार्रवाई की गई है।

जनता के बारे में बाद में सोचेंगे

तालमेल कमेटी के पदाधिकारी व यूनियन नेता रतन ¨सह कलानौर का कहना है कि हम पीछे नहीं हटेंगे। इसलिए ही दो दिन और हड़ताल बढ़ाई गई है। प्राइवेट पॉलिसी से सभी का नुकसान होगा। लोगों के परेशान होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोगों के बारे में बाद में सोचेंगे।

प्राइवेट पॉलिसी आएगी, तो नौकरी खत्म होगी

तालमेल कमेटी के पदाधिकारी व यूनियन नेता र¨वद्र ¨सह का कहना है कि प्राइवेट पॉलिसी का पुरजोर विरोध होगा। यदि प्राइवेट पॉलिसी आएगी, तो रोडवेज सरकारी नहीं रहेगा। इससे कर्मचारियों की नौकरी पर संकट आएगा। उनके बच्चों तक को नौकरी नहीं मिल सकेगी। यह हड़ताल सभी के फायदे के लिए है।

हम रोडवेज की तरह दे रहे सेवाएं

प्राइवेट बस यूनियन के प्रधान तरसेम ¨सह का कहना है कि सभी प्राइवेट बसें चल रही हैं। चालकों व परिचालकों को पूरी तरह से हिदायत दे रखी है कि वह रोडवेज की तरह ही सभी सुविधाएं यात्रियों को दें। यदि बसों के फेरे भी बढ़ाने पड़े, तो इसके लिए भी तैयार रहें। यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

दो दिन में 30 लाख का नुकसान

रोडवेज को हड़ताल से दो दिन में विभाग को करीब 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। अब हड़ताल और आगे बढ़ने पर नए सिरे से विभाग ने मंथन करना शुरू कर दिया है। देर शाम तक रोडवेज जीएम बस स्टैंड पर रहे और शाम के समय विभाग के कर्मचारियों के साथ भी बैठक की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.