बीएसएनएल की गांधीगीरी असरदार, बकाया बिल भरने आगे आए डिफाल्टर
बीएसएनएल की गांधीगीरी के तहत लोगों के घरों के बाहर धरना देने का अभियान अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ कि डिफाल्टर खुद ही बिल भरने के लिए आगे आने लगे हैं। सोमवार को बीएसएनएल कर्मचारी हाथों में बैनर लेकर बकाया बिल की पेमेंट लेने पहुंचे तो काफी डिफाल्टरों ने बिना ज्यादा सवाल जवाब किए ही बिल का भुगतान कर दिया। कुछ लोगों ने बिल भरने के लिए एक-दो दिन की मोहलत मांगी है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बीएसएनएल की गांधीगीरी के तहत लोगों के घरों के बाहर धरना देने का अभियान अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ कि डिफाल्टर खुद ही बिल भरने के लिए आगे आने लगे हैं। सोमवार को बीएसएनएल कर्मचारी हाथों में बैनर लेकर बकाया बिल की पेमेंट लेने पहुंचे तो काफी डिफाल्टरों ने बिना ज्यादा सवाल जवाब किए ही बिल का भुगतान कर दिया। कुछ लोगों ने बिल भरने के लिए एक-दो दिन की मोहलत मांगी है।
1500 ग्राहकों पर दो करोड़ रुपये बकाया :
वर्ष 2014 से 2018 तक बीएसएनएल के 1500 ग्राहकों पर दो करोड़ रुपये बकाया है। इन लोगों को निगम ने बिल भरने के लिए कई बार अपील भी की परंतु ज्यादा असर नहीं हुआ, इसलिए बीएसएनएल ने पंचकूला, अंबाला, कालका, यमुनानगर, जगाधरी, नारायणगढ़, बराड़ा आदि गांधीगीरी अभियान चलाया है। इसके तहत निगम के कर्मचारी डिफाल्टरों के घरों के आगे दरी बिछाकर धरना देंगे। यह धरना शांतिपूर्ण तरीके से होगा।
सफल होगा अभियान : डीजीएम
बीएसएनएल के डीजीएम अजय छाबड़ा ने बताया कि निगम के गांधीगीरी अभियान को शुरुआती दौर से ही सफलता मिलने लगी है। कर्मचारी अपने हाथ में लेकर बैनर लेकर डिफाल्टर ग्राहकों के घर पर गए थे। काफी लोगों ने अपने बिल का भुगतान मौके पर ही कर दिया जबकि कुछ ने रुपये का इंतजाम करने का समय मांगा है।