एशियन गेम्स मे कांस्य पदक विजेता का हुआ स्वागत
जकार्ता में संपन्न हुए एशियन गेम्स में कांस्य पदक विजेता उपमंडल नारायणगढ़ के फतेहपुर निवासी रोहित का शाहपुर-302 गांव में पहुंचने पर सरपंच अमरीक ¨सह व ग्रामीणों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
संवाद सहयोगी, बिलासपुर : जकार्ता में संपन्न हुए एशियन गेम्स में कांस्य पदक विजेता उपमंडल नारायणगढ़ के फतेहपुर निवासी रोहित का शाहपुर-302 गांव में पहुंचने पर सरपंच अमरीक ¨सह व ग्रामीणों ने फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
रोहित के साथ उनके प्रशिक्षक इंद्रपाल ¨सह भी मौजूद रहे। सरपंच अमरीक ¨सह ने बताया कि रोहित ने रोइंग खेल प्रतियोगिता की लाइटमैन डबल सर्कल प्रतियोगिता में अपने साथी पंजाब प्रांत के भगवान ¨सह के साथ भाग लेकर एशियन गेम्स में तीसरा स्थान लेकर कांस्य पदक देश के नाम किया। रोहित की इस उपलब्धि से उसके माता-पिता व गांव का नाम पूरे भारत में चमक उठा है। रोहित ने बताया कि उसके पिता रंग लाल आर्मी से रिटायर्ड है, जबकि माता कस्तूरी देवी गृहणी है। पिता से ही उन्हें आर्मी में जाने के लिए प्ररेणा मिली और 2014 में आर्मी में भर्ती हो गए। आर्मी में भर्ती होने के साथ साथ सेना की ओर से उसे स्पोर्टस में भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
हरियाणा में बन सकती है अकादमी
रोहित के साथ आए कोच अर्जुन अवार्ड विजेता इंद्र पाल ¨सह ने कहा कि रोइंग खेल अन्य खेलों से मुकाबले बहुत आगे है। उन्होंने ने भी आर्मी में भर्ती होकर रोईग का प्रशिक्षण लेकर वर्ष-2002 में कांस्य पदक जीता था। इस खेल में प्रशिक्षण के लिए पूरे देश में केवल केरल, उड़ीसा व रोपण में अकादमी बनाई गई है। वह भी केवल खेल इंडिया कार्यक्रम के दौरान बनाई गई है। रोईग अकादमी बना दी जाती है तो आगामी अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदकों पर हरियाणा के खिलाड़ियों का कब्जा होगा। मौके पर सर्बजीत ¨सह व गुरमीत ¨सह उपस्थित थे।