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राजकीय स्कूलों में दाखिले का टूटा रिकार्ड, आठ फीसद बढ़े छात्र

राजकीय स्कूलों ने दाखिले के मामले में इस बार गत वर्ष का रिकार्ड तोड़ दिया है। दो जुलाई तक स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा तक 7361 ज्यादा छात्र दाखिला ले चुके हैं। दाखिले जारी होने के कारण यह संख्या अभी ओर बढ़ सकती है। छात्रों की संख्या बढ़ने से राजकीय स्कूलों के अध्यापक व अधिकारी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। वहीं अभी कुछ छात्रों का दाखिला पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Jul 2021 08:03 PM (IST)Updated: Sun, 04 Jul 2021 08:03 PM (IST)
राजकीय स्कूलों में दाखिले का टूटा रिकार्ड, आठ फीसद बढ़े छात्र
राजकीय स्कूलों में दाखिले का टूटा रिकार्ड, आठ फीसद बढ़े छात्र

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : राजकीय स्कूलों ने दाखिले के मामले में इस बार गत वर्ष का रिकार्ड तोड़ दिया है। दो जुलाई तक स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा तक 7361 ज्यादा छात्र दाखिला ले चुके हैं। दाखिले जारी होने के कारण यह संख्या अभी ओर बढ़ सकती है। छात्रों की संख्या बढ़ने से राजकीय स्कूलों के अध्यापक व अधिकारी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। वहीं अभी कुछ छात्रों का दाखिला पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है। अध्यापकों के घर जाने का दिख रहा असर :

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राजकीय स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने अध्यापकों गांवों में घर-घर भेजा है। कोरोना महामारी के कारण अध्यापक घरों में जाकर बच्चों का दाखिला कर रहे हैं। इससे विभाग को दो फायदे हुए। एक तो बच्चों का दाखिला हो गया, दूसरा उन बच्चों के बारे में भी जानकारी मिल गई जो स्कूल में नहीं जाते। दाखिले बढ़ाने के लिए अध्यापकों ने काफी मेहनत की है जो सराहनीय है। वर्ष 2020-21 में 97952 छात्रों ने दाखिला लिया था। इस बार दो जुलाई तक 102355 छात्र दाखिला ले चुके हैं। प्राइवेट स्कूलों को छोड़ रहे विद्यार्थी :

राजकीय स्कूलों में संख्या का बढ़ना विद्यार्थियों का प्राइवेट स्कूलों को छोड़ना भी है। प्राइवेट स्कूलों द्वारा ली जा रही मोटी फीस व वार्षिक चार्ज से अभिभावक तंग आ चुके हैं। हालात ऐसे हैं कि जिले में अभिभावकों ने अभी तक प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। जून माह में ही कई बार स्कूलों के बाहर विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। तीन दिन पहले अध्यापकों ने कैनाल कालोनी में प्रदर्शन किया था। इसलिए अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से निकाल कर राजकीय स्कूलों में दाखिल करवा रहे हैं। इसके अलावा आठ राजकीय माडल स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता मिल गई है। जिनमें बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए अभिभावकों में होड़ सी मची रही। आठ फीसद की बढ़ोतरी हुई है : नमिता कौशिक

डिप्टी डीईओ नमिता कौशिक ने बताया गत वर्ष के मुकाबले इस बार आठ फीसद अधिक छात्रों ने राजकीय स्कूलों में दाखिला लिया है। विभाग के लिए खुशी की बात है। इसके लिए सभी अध्यापक बधाई के पात्र हैं। इससे साफ है कि अभिभावकों का विश्वास राजकीय स्कूलों पर बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में यह संख्या ओर बढ़ेगी। दो जुलाई तक राजकीय स्कूलों में हुए छात्रों के दाखिले : कक्षा दाखिले

1 6677

2 9445

3 9451

4 10334

5 9942

6 8809

7 8394

8 8472

9 9670

10 7794

11 6028

12 7312

कुल 102355


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