कोई न बने बालिका वधू, उठा लिया इसका बीड़ा
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोई बालिका वधू नहीं बने। इसके लिए 16 वर्ष की वैशाली शर्मा ने बा
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोई बालिका वधू नहीं बने। इसके लिए 16 वर्ष की वैशाली शर्मा ने बाल विवाह के खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) के जरिए जागरूक करने की ठान ली। ब्लॉक, जिला व जोन स्तर पर प्रथम आने के बाद अब इनकी पीपीटी राज्य स्तर पर चयनित हुई है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जयधर में 10वीं कक्षा की इस छात्रा ने शिक्षा विभाग के लीगल लीट्रेसी प्रोग्राम के तहत इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया। वैशाली के पिता अनिल कुमार गांव में डॉक्टर व माता कुसुम शर्मा गृहणी हैं।
बाल विवाह समाज पर कलंक
दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान वैशाली ने बताया कि विभिन्न माध्यमों से जब वह बाल विवाह के समाचार सुनती हैं या समाज में इस प्रकार की घटनाओं को देखती हैं तो बहुत पीड़ा होती है। बाल विवाह हमारे समाज पर कलंक है और जागरूकता के जरिए ही इस बुराई को समाज से दूर कर सकते हैं। निजी स्वार्थो के चलते बाल विवाह होते हैं। कम उम्र की बच्चियों को शिकार बनाया जाता है। उनके बचपन की खुशियों व अधिकारों को छीन लिया जाता है। इन घटनाओं को देखते हुए ही उसने यह बीड़ा उठाया है।
सात मिनट की पीपीटी
वैशाली ने बताया कि जो पीपीटी उसने तैयार की है, वह केवल सात मिनट की है। पीपीटी में 40 वर्ष के व्यक्ति को 11 वर्ष की बच्ची से शादी करते हुए दिखाया गया है। इसके दुष्परिणामों व विभिन्न राज्यों में बाल विवाह की स्थिति को भी दिखाया गया है। अब राज्य स्तर पर उनकी पीपीटी का चयन हुआ है। इस उपलब्धि को हासिल करने में ¨प्रसिपल अश्वनी, अध्यापक अनिल कंबोज व विकास कुमार का विशेष सहयोग रहा है। बता दें कि यमुनानगर में दो दर्जन से उपर बाल विवाह के मामले सामने आ चुके हैं।