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आर्य कॉलेज पानीपत ने 22 पुरस्कार जीत कर दबदबा बनाया

संवाद सहयोगी, साढौरा : डीएवी कालेज में रविवार को संपन्न हुए केयू के 40वें इंटर जोनल युवा

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Nov 2017 06:55 PM (IST)Updated: Sun, 12 Nov 2017 06:55 PM (IST)
आर्य कॉलेज पानीपत ने 22 पुरस्कार जीत कर दबदबा बनाया
आर्य कॉलेज पानीपत ने 22 पुरस्कार जीत कर दबदबा बनाया

संवाद सहयोगी, साढौरा : डीएवी कालेज में रविवार को संपन्न हुए केयू के 40वें इंटर जोनल युवा समारोह में करनाल जोन के आर्य कालेज पानीपत ने 22 पुरस्कार जीत कर अपना दबदबा बनाया। जबकि यूटीडी ने 12 पुरस्कार जीतने में सफलता प्राप्त की। करनाल जोन के ही एसडी कालेज पानीपत को 8 पुरस्कार मिले। एचएसएससी के चेयरमैन भारत भूषण भारती ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।

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कालेज के सांस्कृतिक विभाग के प्रभारी प्रो.तेजबीर ¨सह ने बताया कि तीन दिन चले युवा समारोह के दौरान युवा कलाकारों ने 42 विद्याओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। करनाल जोन के आर्या कालेज पानीपत ने इनमें से 11 में प्रथम व 11 में ही दूसरा स्थान पाने की सफलता पाई है। आर्या कालेज पानीपत ने हरियाणवीं आर्केस्ट्रा, हरियाणवीं समूह नृत्य, हरियाणवीं समूह गायन, प्रश्रोत्तरी, हरियाणवीं पॉप गायन, एकल नृत्य पुरुष, लोकवाद्य वादन, संस्कृत भाषण, रंगोली, संस्कृत कविता व कार्टून बनाने में प्रथम स्थान प्राप्त किया। आर्या कालेज पानीपत ने महिला एकल नृत्य, पाश्चात्य समूह गायन, शास्त्रीय वाद्य एकल, सामान्य समूह नृत्य, लोक संस्कृति प्रस्तुतिकरण, एकल नाटिका, भारतीय आर्केस्ट्रा, क्ले मॉड¨लग व सांग को तीनों प्रतियोगिताओं में दूसरा स्थान पाने की सफलता पाई। ¨प्रसिपल डा.जगदीश गुप्ता, टीम प्रभारी डॉ.रामनिवास व मिनाक्षी चौधरी ने इस उपलब्धि के लिए कलाकारों को बधाई दी।

केयू के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक डॉ.सीडीएस कौशल ने मुख्यमंत्री द्वारा युवा समारोहों को ग्रामीण आंचल में करवाने के सफल प्रयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि असली भारत गांवों में ही बसता है। युवा समारोह के दौरान युवा कलाकारों द्वारा हरियाणवीं संस्कृति का परचम बुलंद करने पर उन्होंने युवाओं को बधाई दी। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती ने पुरस्कार वितरण से पूर्व इस आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि कला के समावेश के बगैर शैक्षणिक क्षेत्र की उपलब्धियां अधूरी ही रह जाती हैं। कला के समावेश से ही व्यक्तित्व में संवेदनाओं तथा देश व समाज के प्रति दायित्व की भावना पनपती है। शिक्षा के साथ कला के संगम से सर्वागीण विकास होता है।

¨प्रसिपल डॉ. रणपाल ¨सह ने कहा कि मंच पर प्रस्तुति करना बहुत कठिन काम है। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई देने के अलावा सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष अनिल संधू, पीएन गौरी, डॉ. परमजीत ¨सह पाहवा व डॉ. अंकेश्वार प्रकाश भी उपस्थित थे।


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